'रामायण' के ट्रेजिक हीरो 'भरत' का किरदार निभाने वाले संजय जोग करते थे किसानी, लिवर फेल होने से हुई थी मौत
रामायण में 'भरत' का किरदार संजय जोग ने निभाया था. बाकी कलाकारों के बारे में जानकारियां तो इंटरनेट पर आज भी मिल जाएंगी मगर अभिनेता संजय जोग के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाएगी, क्योंकि सजय आज हमारे बीच नहीं हैं.
स्वर्गीय रामानंद सागर के पौराणिक धारावाहिक 'रामायण' जो तीन दशक से अधिक पुराना है, लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर इस ऐतिहासिक सीरियल का वापसी हुई है. 'रामायण' एक भारतीय ऐतिहासिक-नाटक महाकाव्य का एक टेलीविजन सीरीज है, जो 1987-1988 के दौरान रामानंद सागर द्वारा निर्मित, लिखित और निर्देशित गई थी.
सीरियल में 'राम' की भूमिका अरुण गोविल ने निभाई, 'सीता' की भूमिका दीपिका चिखलिया ने, 'लक्ष्मण' की भूमिका सुनील लहरी ने, 'हनुमान' की स्वर्गीय दारा सिंह ने और रावण की अरविंद त्रिवेदी ने निभाई थी. रामायण में 'भरत' का भी किरदार सबसे ज्यादा अहम माना जाता है जिसे संजय जोग ने निभाया था. बाकी कलाकारों के बारे में जानकारियां तो इंटरनेट पर आज भी मिल जाएंगी मगर 'भरत' का किरदार निभाने वाले अभिनेता संजय जोग के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं हैं क्योंकि सजय आज हमारे बीच नहीं हैं.
27 नवंबर 1995 में 40 साल की उम्र में संजय का निधन हो गया था. उनका निधन लिवर फेल होने की वजह से हुआ था. अपने वक्त में हाई प्रोफाइल एक्टर में से एक माने जाने वाले संजय ने जब अपनी आखिरी सांसें ली तो ये बात ज्यादा लोगों को नहीं पता चली. संजय जोग 1980 और 1990 के दशक के दौरान बेहद लोकप्रिय टीवी अभिनेता रहे. उनका जन्म 24 सितंबर 1955 को नागपुर में हुआ था.
संजय के किरदार के बारे में बात करें तो उन्हें भरत के किरदार के लिए दर्शकों द्वारा बहुत सराहा और पसंद किया गया. रामानंद सागर एक गुजराती फिल्म 'मायाबाजार' में संजय के प्रदर्शन से प्रभावित थे. जिसमें उन्होंने अभिमन्यु की भूमिका निभाई थी. बहुत कम लोगों को पता होगा कि संजय को पहले रामायण में लक्ष्मण की भूमिका की पेशकश की गई थी. हालांकि, उन्होंने अपने टाइट शेड्यूल के कारण भरत के किरदार को चुना और अपनी एक्टिंग की वजह से इतिहास में कायम हो गए.
संजय जोग ने टीवी सीरीज़, स्टेज ड्रामा और बॉलीवुड फ़िल्मों के अलावा बहुत सी मराठी और गुजराती फ़िल्मों में अभिनय किया था. संजय बचपन के दिनों में पुणे में थे और वह कुछ वर्षों के बाद नागपुर लौट आए और उन्होंने नागपुर में अपनी 10वीं कक्षा पूरी की. उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री मुंबई के एलफिंस्टन कॉलेज में विज्ञान से की.
अपनी डिग्री पूरी करने के बाद अभिनय में रुचि के कारण उन्होंने फिल्मालय स्टूडियो में अभिनय का कोर्स पूरा किया. उस दौरान उन्हें एक मराठी फिल्म 'सपला' में एक्टिंग करने का मौका मिला. फिल्म ने उतना बेहतर काम नहीं किया जैसा कि उसने उम्मीद की थी. वह वापस नागपुर लौट आए और खेती पर ध्यान केंद्रित करने लगे.
एक बार वह खेत से संबंधित कुछ सामग्री लेने के लिए मुंबई गए. जहां उन्हें एक मराठी 'जिद' में काम करने का मौका मिला. यह मल्टी-स्टारर हिट थी और उन्होंने मराठी फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था. संजय के करियर की कई मराठी हिट फिल्में शामिल हो गई.
बॉलीवुड में संजय जोग ने अनिल कपूर और टीना मुनीम के साथ 'जिगरवाला' में अभिनय किया. उन्होंने 'अपना घर', 'हमशक्ल' में भी भूमिका निभाई थी. नायक की भूमिका निभाने के अलावा, संजय ने खलनायक के रूप में भी काम किया था. उन्होंने 'अहान' में खलनायक की भूमिका निभाई, जिसमें नायक के रूप में नाना पाटेकर थे.
मगर सबसे ज्यादा संजय को रामायण में भरत के किरदार के लिए याद किया जाता है. भरत का किरदार अपनेआप में एक ट्रेजिक हीरो की तरह है, जिसे संजय ने बखूबी निभाया है. आज संयज हमारे बीच नहीं मगर अपनी शानदार एक्टिंग की बतौलत वह हमेशा 'भरत' के रूप में लोगों के जेहेन में ताजा हो जाते हैं.
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