Shah Rukh Khan And Gauri Honeymoon: 26 जून, 1992...जब शाहरुख खान की पहली फिल्म दिवाना रिलीज हुई. फिल्म का एक 'गाना कोई ना कोई चाहिए' तो आज तक फैंस सुनते हैं. खैर इस ये पिल्म शाहरुख को लक बाई चांस मिली थी. लेकिन इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. शाहरुख खान आज बॉलीवुड के बादशाह कहे जाते है, लेकिन उनका संघर्ष सिर्फ एक्टिंग में भी मुकाम हासिल करना नहीं था बल्कि अपने प्यार यानी गौरी छिब्बर से शादी करने के लिए भी उन्होंने उतनी ही मेहनत की. ये बात तो किसी से नहीं छिपी है कि गौरी और शाहरुख स्कूल के दिनों से एक दूसरे को जानते थे.
दोनों में प्यार हुआ. लेकिन शाहरुख के धर्म और एक्टिंग करियर के चलते गौरी के परिवार वाले कभी इस शादी के लिए तैयार नहीं थे. हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद एक्टर ने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. और दिवाना फिल्म रिलीज होने से ठीक पहले गौरी से शादी कर लीं. इन दोनों को आज ब़ॉलीवुड का पॉवर कपल माना जाता हैं. लेकिन इस बात को भी आप झुठला नहीं सकते कि जितनी मेहनत शाहरुख ने गौरी को पाने के लिए की. उतना ही धैर्य गौरी ने बनाए रखा.
गौरी को उस वक्त मालूम नहीं था कि उनका आशिक एक दिन किंग खान बन जाएगा. शाहरुख उस वक्त गरीब भी थे. लेकिन गौरी ने इन सभी बातों को इग्नोर कर शाहरुख से बेइंतहा प्यार किया. इसका सबूत उस किस्से से मिलता है जो शाहरुख ने एक अवॉर्ड फंक्शन में सुनाया था. जब हनीमुन पर अपनी पत्नि को पेरिस बताकर जनाब दार्जलिंग लेकर गए थे.
शाहरुख खान और गौरी की शादी अक्टूबर 1991 में हुई थी. शादी के बाद भी शाहरुख ने गौरी से झूठ बोला. एक अवॉर्ड शो के दौरान शाहरुख ने अपने हनीमून से जुड़ा एक सीक्रेट शेयर किया था. शाहरुख ने बताया था- 'मैंने गौरी से कहा था हनीमून के लिए हम पेरिस जाएंगे लेकिन मेरे पास एयरटिकट के पैसे नहीं थे. मैं गरीब था. लेकिन फिर मेरी फिल्म राजू बन गया जेंटलमैन की शूटिंग दार्जलिंग में होनी थी मैंने सोचा ये अच्छा मौका है. मैं गौरी को अपने साथ पेरिस बताकर दार्जलिंग ले गया.
आज गौरी रेल चिलीड एंटरटेंमेंट की को ओनर हैं. इसके अलावा वो एक इंटीरियर डिजाइनर भी हैं. मैं हूं ना फिल्म से उन्होंने फिल्म प्रोड्यूसिंग का काम शुरु किया था. वही शाहरुख भी आज किसी पहचान के मौहताज नहीं है. दोनों पति पत्नि बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक अलग लेवल पर आ चुके है. जिसकी झलक उनके घर मंन्नत के बाहर दिख जाती है. जब लाखों फैंस शाहरुख के एक दिदार के लिए भीड़ जुटा लेते हैं.