'शक्तिमान' के तौर पर पहचाने जाने वाले मुकेश खन्ना ने कुछ टीवी बहस में दावा किया है कि अतीत में बॉलीवुड में कई 'हत्याएं' हुईं, जिन्हें 'आत्महत्या' के तौर पर घोषित किया गया. महाभारत में भीष्म पितामह की भूमिका को लेकर मशहूर हुए अभिनेता की इस टिप्पणी को कुछ लोगों ने ये कहकर खारिज भी किया है कि 'ये व्यक्ति कुछ ज्यादा ही जानता है.’





अब मुकेश खन्ना के बयान पर कार्रवाई का एक संभावित मामला बन गया है. मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह को इस संबंध में एक पत्र लिखा गया है, जिसमें ये मांग की गई है कि पुलिस को ऐसी सभी बॉलीवुड आत्महत्याओं की फिर से जांच करनी चाहिए, जो पिछले 50 सालों में संभावित हत्याएं हो सकती हैं. शिवसेना नेता और वसंतराव नाइक शेट्टी स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष किशोर तिवारी, जिन्हें राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है, ने जनहित में खन्ना के आरोपों की गहन जांच के लिए मुंबई पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा है.





तिवारी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, एक टीवी इंटरव्यू पर में एक बहस के दौरान खन्ना ने एक आश्चर्यजनक बयान दिया. किसी ने भी उनसे इस तरह के गंभीर मुद्दे पर कोई सवाल नहीं किया. उन्होंने बाद में कम से कम एक अन्य चैनल पर भी इस बात को दोहराया और अन्य लोगों ने इसे प्रमुखता से लिया है. तिवारी ने मुंबई पुलिस आयुक्त सिंह से एक विशेष जांच दल गठित करने को कहा है और खन्ना की टीवी पर की गई टिप्पणियों की जांच करने का आग्रह किया है.





खन्ना ने बहस के दौरान कथित तौर पर कहा था, बॉलीवुड में हत्याओं के कई अपराध दबा दिए जाते हैं और सुशांत सिंह राजपूत मामले की तरह आत्महत्या के मामलों में बदल दिए जाते हैं. महाराष्ट्र के गृह विभाग के सूत्रों ने संकेत दिया कि कम से कम दो टीवी चैनलों पर खन्ना के आरोपों की गंभीरता को देखते हुए सरकार पुलिस महानिदेशक से इस पर एक रिपोर्ट मांगेगी. एक अधिकारी ने कहा, अगर उन्हें या किसी को भी 'हत्या को आत्महत्या में बदलने' जैसी चीजों का पता है, जैसा कि टीवी की बहसों में कहा गया है, तो उन्हें ये बात पुलिस और अदालतों के सामने साझा करनी चाहिए.





तिवारी ने यह भी कहा कि बहुत गंभीर अपराध के बारे में अगर जानकारी है तो पुलिस को इसकी छानबीन के लिए खन्ना, गोस्वामी और पात्रा को तुरंत समन भेजना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर खन्ना के बयान फर्जी या झूठे साबित होते हैं.