Leela Mishra Life Facts: बात आज गुजरे ज़माने की एक ऐसी एक्ट्रेस की जिन्होंने अपनी एक्टिंग से लोगों के दिलों में अपने लिए एक अलग ही जगह बना ली थी. हम बात कर रहे हैं चर्चित फिल्म ‘शोले’ (Sholay) में मौसी का किरदार निभाने वाली लीला मिश्रा (Leela Mishra) की जिन्हें लोग उनके असल नाम से कम लेकिन मौसी नाम से ज्यादा जानते थे. वजह थी फिल्म ‘शोले’ में उनके द्वारा की गई ज़बरदस्त एक्टिंग जिसकी बदौलत वे घर-घर में पॉपुलर हो गईं थीं. लीला मिश्रा की लाइफ भी किसी फ़िल्मी कहानी से कम नहीं थी. आज हम आपको बताएंगे कि लीला मिश्रा ने फिल्मों में हमेशा मां, मौसी और दादी जैसे रोल्स को ही क्यों निभाया था ?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो लीला मिश्रा की शादी महज 12 साल की उम्र में करवा दी गई थी. वहीं, 17 साल की उम्र तक लीला दो बच्चों की मां भी बन चुकी थीं. लीला के पति का नाम राम प्रसाद था और वे एक स्वतंत्र विचार के आदमी थे. बताया जाता है कि लीला के पति ने उन्हें भी पूरी आज़ादी दे रखी थी.
राम प्रसाद रंगमंच से जुड़े हुए थे और एक दिन उनके एक मित्र ने जो कि 'दादा साहब फाल्के' की फ़िल्मी कंपनी में ही काम करते थे, लीला को देखते ही फिल्मों में आने का सुझाव दिया था. थोड़े सोच विचार के बाद लीला फिल्मों में आने के लिए तैयार भी हुईं और उन्होंने अपने पति के साथ साल 1936 में आई फिल्म 'सति सुलोचना' में काम किया था. इस फिल्म के लिए लीला को जहां 500 वहीं उनके पति को 150 रुपए दिए गए थे.
कहते हैं कि लीला को यह पसंद नहीं था कि कोई भी अनजान शख्स उन्हें छूए, यही वजह थी कि लीला ने फिल्मों में लीड रोल्स मिलने के बावजूद कई ऑफ़र्स को ठुकरा दिया था और करैक्टर रोल्स में ही अपनी अलग पहचान बनाई थी. लीला की चर्चित फिल्मों में 'चश्मे बद्दूर', 'प्रेम रोग','आवारा', 'प्यासा', 'लाजवंती', 'शोले' और 'अनमोल घड़ी' आदि शामिल हैं.
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