मुम्बई: हिंदी और मराठी फिल्म इंडस्ट्री में पिछले 47 सालों से सक्रिय जानी-मानी गायिका अनुराधा पौडवाल ने कोरोना वायरस से लड़ने में अपना योगदान देते हुए कोरिना वॉरियर्स को आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है.
इस मौके पर एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए अनुराधा पौडवाल ने कहा, "देश संकट के दौर से गुजर रहा है, और ऐसे में मैंने मुम्बई के विभिन्न अस्पतालों से जुड़ी 10 नर्सों, कंटेनमेंट इलाकों में कार्यरत 10 कांस्टेबलों और 10 सफाई कर्माचारियों को 5000-5000 रुपये की सहायता राशि देकर उनकी आर्थिक मदद और उन सभी हौसलाअफजाई करने का छोटा-सा प्रयास किया है"
उल्लेखनीय है कि अनुराधा पौडवाल ने कोरोना वारियर्स को डेढ़ लाख रुपये की इस आर्थिक मदद के अलावा, कोरोना वायरस की इस लड़ाई के शुरुआती दौर में मुम्बई के कुछ अस्पतालों को 150 पीपीई किट्स और एक इनक्यूबेटर भी दान स्वरूप दिया था.
अनुराधा पौडवाल 'सूर्योदय फाउंडेशन' नामक एक सामाजिक संगठन भी चलाती हैं, जिसके तहत वे पानी की समस्याओं से जूझ रहे गांवों और जीर्ण-शीर्ण अवस्था में कार्यरत स्कूलों के उद्धार के लिए भी काम करती हैं. एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कोरोनो वॉरियर्स की मदद के लिए उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा महाडिक की सहायता ली है, जिनकी वे तहे-दिल से शुक्रगुजार हैं.
गौरतलब है कि आज अनुराधा पौडवाल के दिवंगत संगीकार पति अरुण पौडवाल का जन्मदिन है. इस खास मौके पर उन्हें याद करते हुए अनुराधा पौडवाल ने कहा कि लॉकडाउन के चलते आज के दिन में अन्य तरह के सामाजिक कार्यों से संबंधित गतिविधियों में लिप्त नहीं कर पाऊंगी और यही वजह है कि उन्होंने छोटे स्तर पर ही सही, आज के दिन कोरोना वॉरियर्स की सहायता करने का फैसला किया.
अनुराधा पौडवाल ने कहा कि हम सभी को इस मुश्किल घड़ी में अपनी जान की परवाह किये बगैर ऐसे तमाम कोरोना वॉरियर्स की हौसलाअफजाई करने और उनकी मदद के लिए आगे आने की जरूरत है.
जाते-जाते अनुराधा पौडवाल ने कोरोना काल में जनता की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों और मरीजों के इलाज में जी जान से जुटे डॉक्टरों पर बढ़ रहे हमलों पर भी अफसोस जताया और कहा कि ऐसा करनेवाले गुनहगारों को कतई बख्शा नहीं जाना चाहिए. लोगों द्वारा सोशल डिस्टांसिंग का पालन नहीं किये जाने पर भी उन्होंने अपनी नाराजगी जताई और कहा कि ऐसे लोगों को यह बात समझनी चाहिए कि ऐसे बेपरवाह लोग महज अपनी ही नहीं, दूसरों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं.
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