Kalki 2898 AD Trailer Review: न प्रभास न कमल हासन, फिल्म के ट्रेलर में सब पर भारी पड़ते दिखे अमिताभ बच्चन, जानें क्या है खास
Kalki 2898 AD Trailer Review: प्रभास, अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण और कमल हासन की इस फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद आपको बहुत कुछ याद आ जाएगा, लेकिन फिर भी गजब का लगेगा.
Kalki 2898 AD Trailer Review: इंडिया की मोस्ट अवेटेड फिल्मों में से एक 'कल्कि 2898 एडी' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. फिल्म का टीजर और पोस्टर आने के काफी पहले से ही फिल्म को लेकर बज बना हुआ था.
ये फिल्म इंडियन सिनेमा के इतिहास में अब तक की सबसे महंगी फिल्मों में से एक है. 600 करोड़ के बजट में बनी ये फिल्म बर्बाद हो चुकी भविष्य की दुनिया पर आधारित है. इस साई-फाई फिल्म का ट्रेलर देखते ही ये याद जरूर आता है कि ऐसा हमने कई बार हॉलीवुड फिल्मों में देखा हुआ है.
पहले भी देख चुके हैं ये दुनिया फिर भी क्यों है खास?
ऐसी तमाम साई-फाई फिल्मों से भरा पड़ा है हॉलीवुड. जहां 80-90 के दशक से ही ऐसी फिल्में बनती आ रही है. फिल्म धुएं और धूल से भरी ऐसी दुनिया को दिखाती है, जहां शायद युद्ध के बाद से सब कुछ तबाह हो चुका है.
लोगों ने साइंस के बलबूते जितनी तरक्की की है वो सब कुछ सर्वाइव करने के लिए की है. जहरीले पर्यावरण में सांस ले रहे ये लोग सिर्फ और सिर्फ साइंस और टेक्नॉलजी के दम पर जिंदगी जीते दिख रहे हैं.
किसका है कितना स्क्रीनटाइम?
फिल्म में भले ही प्रभास लीड रोल प्ले कर रहे हों, लेकिन ट्रेलर में अमिताभ बच्चन लीड रोल प्ले करते दिख रहे हैं. उनके लुक से लेकर उनके एक्शन सीक्वेंस और दमदार एक्टिंग सब कुछ इस छोटे से ट्रेलर में दिख गया है.
प्रभास का स्क्रीनटाइम अमिताभ बच्चन के आसपास या थोड़ा-बहुत ज्यादा है. वो इसके पहले भी ताकतवर योद्धा के तौर पर बाहुबली और साहो जैसी फिल्मों में दिख चुके हैं. हालांकि, इस बार वो उन दोनों कैरेक्टर्स से ज्यादा ताकतवर और एटीट्यूड से भरे दिख रहे हैं.
दीपिका पादुकोण और दिशा पाटनी को मिली ट्रेलर में कम फुटेज
ट्रेलर देखकर ये समझ तो आ रहा है कि फिल्म में दीपिका अहम किरदार में दिखने वाली हैं, लेकिन उनके कैरेक्टर के बारे में बहुत ज्यादा रिवील नहीं किया गया है. वो पूरे ट्रेलर में जितनी बार भी थोड़ी-थोड़ी देर के लिए दिखीं परेशान ही दिखीं.
हालांकि, दिशा का रोल देखकर ऐसा लग रहा है कि शायद फिल्म में उन्हें लीड एक्टर्स के साइड में काम करने वाले एक्टर के तौर पर ही भुनाया गया है.
कमल हासन का स्क्रीनटाइम
सबसे कम स्क्रीनटाइम कमल हासन का है. लेकिन उन्हें कुछ इस तरह से ट्रेलर में दिखाया गया है कि वो एक्साइटमेंट बढ़ाते हैं. शायद ये स्ट्रेटजी भी हो सकती है फिल्म से जुड़े मेकर्स की. उन्हें लेकर बहुत ज्यादा इन्फॉर्मेशन रिवील न करने से उनके कैरेक्टर को लेकर बज और बन सकता है.
कैसा है वीएफएक्स?
वीएफएक्स के मामले में फिल्म किसी भी बड़ी हॉलीवुड फिल्म से कम नहीं लग रही है. फिल्म का हर वो सीन जिसमें किसी भारतीय फिल्म के होने की वजह से गलती की गुंजायश थी, सब कुछ परफेक्ट दिखता है.
स्पेशल इफेक्ट्स के मामले में ये कहना गलत नहीं होगा कि इस मामले में ये ये इंडिया की पहली ऐसी फिल्म है जो इतने बेहतरीन विजुअल इफेक्ट्स के साथ दर्शकों के सामने आने वाली है. इसके पहले बॉलीवुड में '2050' जैसी फिल्में भी बन चुकी हैं, लेकिन वो फिल्में इसके सामने जीरो लगती हैं क्योंकि न तो इन फिल्मों का वीएफएक्स इतना कमाल का था और न ही ये फिल्में कंटेंट के मामले में बेहतर थीं.
रोबोट और 2.0 जैसी फिल्में जरूर बनी हैं, जिनका वीएफएक्स आला दर्जे का था, लेकिन कल्कि इस मामले में इन फिल्मों से भी एक कदम आगे की फिल्म लग रही है.