फिल्मों के शौकीन लोग जब भी कोई फिल्म देखते हैं तो उसकी बारीकियों को पकड़ते हैं. जैसे उसमें किस एक्टर ने बढ़िया एक्टिंग की भले वो विलेन की ही क्यों ना हो. ऐसा ही एक एक्टर 90's में था, जब वो विलेन बनकर पर्दे पर आता था तो लोगों समझ जाते थे कि अब कुछ बुरा होने वाला है. उसके पर्दे पर आते ही लोग डर जाते थे. हालांकि रियल लाइफ में उस एक्टर की लाइफ में विलेन उसकी फैमिली वाले ही बन गए थे.


जी हां, हम बात साउथ एक्टर पोन्नम्बलम की कर रहे हैं जिन्हें आपने कुछ हिंदी फिल्मों में भी बतौर विलेन देखा है. उन्होंने अपने जीवन के कुछ कड़वे सच खुद शेयर किए हैं जिसे जानकर आप भी सिहर उठेंगे. चलिए आपको एक्टर पोन्नम्बलम के जीवन के कुछ दर्दभरे किस्से सुनाते हैं.




पोन्नम्बलम का फैमिली बैकग्राउंड (Ponnambalam Family Backgrund)


11 नवंबर 1963 को एक साधारण तमिल फैमिली में पोन्नम्बलम का जन्म हुआ था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पोन्नम्बलम के पिता ने 4 शादियां की थीं और चारों शादियों से मिलाकर पोन्नम्बलम टोटल 11 भाई-बहन थे. पोन्नम्बलम का बचपन गरीबी में ही बीता और इसलिए उनकी पढ़ाई ना हो सकी. कम उम्र से ही इन्होंने इधर-उधर काम करना शुरू कर दिया था. पोन्नम्बलम का बचपन बहुत मुश्किलों में बीता जहां खाने-पीने की भी काफी परेशानी हुआ करती थी.


पोन्नम्बलम ने 90's में ही योगलक्ष्मी के साथ शादी किए और उनके साथ आज भी हैं. इनकी दो बेटियां और एक बेटा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनकी एक बेटी सरकारी जॉब करती है, दूसरी डॉक्टर है और बेटा गजेंद्र कुमार लॉयर है. पोन्नम्बलम ने अपने करियर में खूब मेहनत की और बच्चों को अच्छे से पढ़ाया-लिखाया जो आज अच्छी जगहों पर काम कर रहे हैं.


पोन्नम्बलम का फिल्मों में संघर्ष (Ponnambalam Struggle)


गरीबी के कारण पोन्नम्बलम ने कम उम्र से ही छोटे-मोटे काम करने शुरू कर दिए थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसी दौरान पोन्नम्बलम को फिल्मों में बैक कैमरा काम करने का मौका मिला. जहां वो लोगों को पानी पिलाने से लेकर और भी कई दूसरे काम करते थे.


पोन्नम्बलम का झुकाव एक्टिंग की तरफ बढ़ा तो उम्र बढ़ने के साथ उन्होंने अपनी बॉडी पर काम करना शुरू किया और जब वो बड़े हुए तो उनकी बॉडी बेहतरीन रही. उन्होंने एक्शन और स्टंट सीखे जिससे वो हीरो के बॉडी डबल के तौर पर भी काम करने लगे.




साल 1989 में पोन्नम्बलम की दो फिल्में 'अपूर्वा सगोधरारगल' और 'माइकल मदाना कमा राजन' थी. इन फिल्मों में पोन्नम्बलम ने स्टंटमैन के तौर पर भी काम किया और पहली बार कैमरे पर नजर भी आए. बाद में इन्होंने बैक टू बैक कई तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम फिल्मों में काम किया और लोकप्रिय हो गए. हालांकि, पोन्नम्बलम ने कुछ फिल्मों में बतौर लीड एक्टर भी काम किया लेकिन दर्शकों ने उन्हें विलेन के तौर पर पसंद किया इसलिए वो फिल्में नहीं चल पाई थीं.


पोन्नम्बलम की हिंदी फिल्में (Ponnambalam Bollywood Movies)


हिंदी फिल्मों में पहली बार पोन्नम्बलम साल 1996 में सनी देओल की फिल्म घातक में नजर आए थे. यहां उनका छोटा लेकिन बेहतरीन रोल था. पिंजड़े में उन्हें सनी देओल से फाइट करनी होती है और बॉडी के मामले में उन्होंने सनी को पूरी तरह से टक्कर दी थी.





दूसरी बार पोन्नम्बलम फिल्म रक्षक (1996) में नजर आए जिसमें उनका खूंखार विलेन का रूप देखने को मिला था. सुनील शेट्टी के साथ पोन्नम्बलम एक बार फिर साल 2000 में फिल्म क्रोध के जरिए नजर आए. पोन्नम्बलम ने चौथी हिंदी फिल्म नायक की थी जिसमें अनिल कपूर के साथ उनका फाइट सीन था. ये चारों फिल्मों में पोन्नम्बलम के निभाए किरदारों ने आज भी दर्शकों के जहन में एक छाप छोड़ी है.


पोन्नम्बलम को थी आर्थिक तंगी


पोन्नम्बलम का बुरा दौर तब आया जब उन्होंने अपना प्रोडक्शन हाउस खोला लेकिन उसकी फिल्में नहीं चल पाईं. इसके बाद पोन्नम्बलम को आर्थिक तंगी सहनी पड़ी और एक दिन उनकी अचानक तबीयत खराब हुई. अस्पताल में डॉक्टर्स ने उन्हें किडनी खराब होने की बात बताई. एक इंटरव्यू में पोन्नम्बलम ने बताया था कि एक समय था जब वो काफी परेशान हो गए और अपनी जान लेने की भी कोशिश करने लगे थे.


उस समय उनकी वाइफ ने उनका पूरा साथ दिया और कहा कि वो इस मुसीबत का सामना साथ में करेंगे. आर्थिक तंगी से जूझ रहे पोन्नम्बलम ने कई बड़े साउथ के एक्टर्स से गुहार लगाई थी. अस्पताल से उनके कुछ वीडियो भी सामने आए जिसमें वो मदद मांगते नजर आए थे. उस समय प्रकाश राज, चिरंजीवी और कमल हासन जैसे दिग्गज कलाकार सामने भी आए और उनकी मदद की.




पोन्नम्बलम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके एक रिश्तेदार किडनी देने को तैयार भी हो गए थे लेकिन उनके पास पैसे नहीं थे कि वो किडनी एलाइनमेंट करवा सकें. उस समय पोन्नम्बलम ने चिरंजीवी से मदद मांगी क्योंकि किडनी एलाइनमेंट के लिए करीब 2 लाख रुपये की जरूरत थी. उस समय चिरंजीवी ने उन्हें अपोलो अस्पताल भेजा जो उनके समधी का ही अस्पताल है. वहां पोन्नम्बलम का इलाज हुआ और ऑपरेशन के बाद अब वो पूरी तरह ठीक हैं और बताते हैं कि चिरंजीवी ने किस तरह उनकी पूरी मदद की.


सौतेले भाई ने किया पोन्नम्बलम से धोखा


पोन्नम्बलम ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी किडनी शराब नहीं बल्कि स्लो पॉइजन के कारण हुई है. डॉक्टर्स के मुताबिक, पोन्नम्बलम की खराब किडनी पर जब रिसर्च किया गया तो पता चला कि उन्हें लंबे समय से कोई स्लो पॉइजन दे रहा था. इसपर पोन्नम्बलम समझ गए कि उनके सौतेले भाई जो उनके मैनेजर के तौर पर सालों से काम कर रहे हैं ये उनका ही काम होगा.




पोन्नम्बलम अपने इंटरव्यू में ये भी बताया कि उन्होंने अपने सौतेले भाई को कई बार रंगे हाथ पकड़ा लेकिन भाई समझकर छोड़ देते थे लेकिन उन्होंने ये नहीं सोचा था कि वो इस हद तक जा सकता है. बाद में सच्चाई सामने आई और उन्होंने पोन्नम्बलम ने भाई को मैनेजर की पोस्ट से हटा दिया और माफ कर दिया. हालांकि अब सब सही है और पोन्नम्बलम एक बार फिर से काम पर लौट आए हैं और जल्द ही आप उन्हें साउथ की कुछ फिल्मों में देख पाएंगे.


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