Sandhya Theatre Stampede: अल्लू अर्जुन से करीब चार घंटे तक पुलिस ने की पूछताछ, इमोशनल हुए 'पुष्पा 2' एक्टर
Sandhya Theatre Stampede Case: संध्या थिएटर भगदड़ मामले में अल्लू अर्जन से पुलिस ने मंगलवार को करीब 4 घंटे तक पूछताछ की. इस दौरान वे भगदड़ का वीडियो देखकर इमोशनल हो गए.
Sandhya Theatre Stampede Case: संध्या थिएटर भगदड़ मामले में अल्लू अर्जुन से तेलंगाना पुलिस ने मंगलवार को पूछताछ की. एक्टर अपने पिता अल्लू अरविंद और वकीलों के साथ करीब 11 बजे चिक्कड़पल्ली पुलिस थाने पहुंचे. दोपहर दो बजकर 45 मिनट पर वे पुलिस थाने से निकल गए. करीब चार घंटे तक हुई पूछताछ में पुलिस ने एक्टर से सवाल किया कि क्या उन्हें पता था कि ऑथोरिटी ने उन्हें उस थिएटर में जाने की इजाजत नहीं दी थी.
सेंट्रल जोन के डीसीपी अक्षांश यादव के साथ पुलिस के एक दल ने अल्लू अर्जन पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान एक्टर से उनकी पर्सनल सिक्योरिटी के बारे में भी पूछा गया और आरोप लगाया गया कि बाउंसरों ने कथित तौर पर उनके फैंस को धक्का दिया, जिसकी वजह से भगदड़ मची. अल्लू अर्जुन के वकील अशोक रेड्डी ने बताया कि एक्टर ने पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया और अगर जरूरत पड़ी तो वे उन्हें फिर से बुलाएंगे.
भगदड़ का वीडियो देख इमोशनल हुए अल्लू अर्जुन
गुल्टे के मुताबिक, पूछताछ के दौरान अल्लू अर्जुन इमोशनल हो गए थे. 'पुष्पा 2' एक्टर से करीब चार घंटे तक पूछताछ की गई और उन्हें संध्या थिएटर में 'पुष्पा 2' स्पेशल शो में हुई भगदड़ के वीडियो दिखाए गए. वीडियो देखने के दौरान अल्लू अर्जुन कथित तौर पर श्रीतेज और रेवती के घायल होने के सीन को देखकर इमोशनल हो गए.
पूछताछ के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अल्लू अर्जुन की मंगलवार को पेशी के मद्देनजर चिक्कड़पल्ली थाने पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था, साथ ही पुलिस ने थाने की ओर आने वाली सड़कों पर यातायात पाबंदियां भी लगायी थीं.
ये है पूरा मामला
हैदराबाद के संध्या थिएटर में चार दिसंबर को भगदड़ के दौरान 35 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई थी और उसका आठ वर्षीय बेटा घायल हो गया था जिसे बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में एक्टर के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और 13 दिसंबर को हैदराबाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. तेलंगाना हाईकोर्ट ने उसी दिन एक्टर चार सप्ताह की अंतरिम जमानत दे दी थी और उन्हें 14 दिसंबर की सुबह यहां जेल से रिहा कर दिया गया.