फिल्म मेकर राम गोपाल वर्मा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें! आंध्र प्रदेश में दर्ज हुआ केस, CM चंद्रबाबू नायडू से जुड़ा है मामला
Ram Gopal Varma: फिल्म मेकर राम गोपाल वर्मा को आंध्र प्रदेश के सीएम पर टिप्पणी करना भारी पड़ गया है. उनके खिलाफ अब केस दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
Ram Gopal Varma: फिल्म मेकर राम गोपाल वर्मा अक्सर अपने बेबाक बयानों के लिए सुर्खियों में छाए रहते हैं. फिलहाल डायरेक्टर नई मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं. दरअसल सोमवार को आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में राम गोपाल वर्मा के खिलाफ एक शिकायत के बाद केस दर्ज किया गया है. चलिए जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला?
क्या है पूरा मामला
दरअसल पुलिस के मुताबिक टीडीपी मंडल सचिव रामलिंगम ने मड्डीपाडु पुलिस स्टेशन में रामगोपाल वर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. वर्मा पर ऑनलाइन मानहानि और झूठी जानकारी फैलाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग के लिए आईटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि वर्मा की पोस्ट से मुख्यमंत्री और उनके परिवार और उप मुख्यमंत्री की गरिमा को हानि पहुंची है.
रामगोपाल वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने सीएम चंद्रबाबू नायड़ू उनके बेटे व राज्यमंत्री नारा लोकेश और बहू ब्राह्मणी के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट की थी. वहीं सब इंस्पेक्टर शिव रामैया ने जानकारी दी है कि आरोपों की जांच शुरू कर दी गई है.
'व्यूहम' के प्रमोशन के दौरान राम गोपाल वर्मा ने की थी पोस्ट
बता दें कि रामगोपाल वर्मा ने अपनी फिल्म 'व्यूहम' के प्रमोशन के दौरान सोशल मीडिया पर ये पोस्ट की थी. रामगोपाल वर्मा की फिल्म 'व्यूहम' में साल 2009 में तत्कालीन सीएम वाई एस राजशेकर रेड्डी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत और उनके बेटे वाई एस जगन मोहन रेड्डी द्वारा वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के गठन के इर्द-गिर्द बुनी गई है. ये फिल्म पिछले पिछले साल आंध्र प्रदेश विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान रिलीज की गई थी.
नायडू के आलोचक रहे हैं वर्मा
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों के लिए जाने जाने वाले वर्मा लंबे समय से नायडू के मुखर आलोचक रहे है. उन्होंने इससे पहले टीडीपी संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामा राव (एनटीआर) लक्ष्मी पार्वती के प्यार और शादी पर लक्ष्मीज़ एनटीआर फिल्म भी बनाई थी.
फिल्म में एनटीआर के राजनीतिक पतन में नायडू की कथित इनवॉल्वमेंट पर क्रिटिकल व्यू भी दिखाया गया है और 1995 की घटनाओं को हाईलाइट किया गया है जब एनटीआर के दामाद नायडू ने पार्टी के भीतर एक गुट को लीड किया थी जिसके चलते एनटीआर पार्टी से बाहर हो गए थे.