Rajamouli Son Karthikeya On Oscar: फिल्ममेकर एसएस राजामौली की एपिक फिल्म 'आरआरआर' के 'नाटू नाटू' सॉन्ग ने ऑस्कर जीतकर इतिहास रच दिया . 'आरआरआर' को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मिली इस जीत का पूरे देश ने जश्न मनाया हालांकि कुछ यूजर्स ने सवाल खड़े करते हुए अफवाहें फैलानी भी शुरू कर दी. कुछ रिपोर्ट्स मे यहां तक कहा गया कि राजामौली ने ऑस्कर पाने के लिए 80 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की थी. ये भी कहा गया कि आरआरआर टीम ने ऑस्कर में शामिल होने के लिए लाखों रुपये खर्च कर दिए. वहीं अब इन अफवाहों पर फिल्ममेकर एसएस राजामौली के बेटे कार्तिकेय ने चुप्पी तोड़ी है और ट्रोल्स को करारा जवाब भी दिया है.
ऑस्कर के लिए 80 करोड़ खर्च करने की बात महज अफवाह
गलता प्लस को दिए एक इंटरव्यू में कार्तिकेय ने क्लियर किया कि उन्होंने इतनी बड़ी रकम खर्च नहीं की थी और इसे कोरी अफवाह बताया. उन्होंने कहा, “हम 5 करोड़ रुपये में चीजों को लपेटना चाहते थे.यह प्लानिंग थी लेकिन हमने कैम्पेन लिए 8.5 करोड़ रुपये खर्च किए. आरआरआर के लिए यूएसए के कुछ शहरों में स्पेशल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई थी. हमने सोचा कि हमें न्यूयॉर्क में और शो की जरूरत है जहां हम पिछड़ रहे थे.'
ऑस्कर को खरीदा नहीं जा सकता
उन्होंने आगे कहा कि 'ऑस्कर खरीदा नहीं जा सकता, लोगों का प्यार खरीदा नहीं जा सकता.' उन्होंने यह भी कहा कि 95 साल के लंबे इतिहास में ये एक संस्था है और वहां हर चीज एक प्रोसेस के तहत ही होती है. उन्होंने कहा कि हम फिल्म के बारे में स्टीव स्पीलबर्ग और जेम्स कैमरून के शब्दों को नहीं खरीद सकते. हमें फैंस ने बहुत पब्लिसिटी दी है.
ऑस्कर मे सीट के लिए लाखों खर्च करने की अफवाह पर तोड़ी चुप्पी
कार्तिकेय ने ऑस्कर मे सीट के लिए लाखों खर्च करने की अफवाह को भी खारिज किया. उन्होंने कहा, “राम चरण, जूनियर एनटीआर, प्रेम रक्षित, काला भैरव, राहुल सिप्लिगुंज, कीरावनी और चंद्रबोस जैसे लोगों को ऑफिशियली इनवाइट किया गया था. इनमें से हर नॉमिनेटेड के पास कुछ सीटें होती हैं जिन्हें वे उन लोगों के लिए समायोजित कर सकते हैं जिन्हें वे लाना चाहते हैं. लेकिन उन्हें अकादमी को एक मेल भेजना होगा और बताना होगा कि वे किसे साथ ला रहे हैं. तो सीटों की कैटेगिरी हैं और उनके लिए भुगतान करना होगा. हमने निचले लेवल पर लगभग $1500 प्रति सीट और टॉप लेवल के लिए $750 प्रति सीट का भुगतान किया. ये सब ऑफिशियली तौर पर हुआ."
बता दे कि ‘आरआरआर’ 1920 के प्री इंडिपेंडेंट इराकी एक काल्पनिक कहानी है और यह दो रियल हीरो और फेमस क्रांतिकारियों अल्लूरी सीताराम राजू और कोमाराम भीम के जीवन पर बेस्ड है. फिल्म में राम चरण ने राम की भूमिका निभाई है जबकि जूनियर एनटीआर ने भीम का रोल प्ले किया है.