Suriya Jyothika Love Story: कई बार कमियां लोगों के करीब जाने का मौका देती हैं. साउथ सिनेमा के बेहतरीन सितारों में शुमार सूर्या की जिंदगी में भी कुछ ऐसा ही हुआ. जब वह इंडस्ट्री में अपने कदम जमाने के लिए जूझ रहे थे, उस दौरान ही उनकी मुलाकात अपनी हमसफर से हुई. बातों-मुलाकातों का यह सिलसिला शादी की दहलीज तक कैसे पहुंचा, आइए आपको इस वेडिंग एनिवर्सरी स्पेशल में बताते हैं.
ऐसे हुई थी दोनों की पहली मुलाकात
बता दें कि तमिल स्टार सूर्या और ज्योतिका की पहली मुलाकात साल 1999 के दौरान मूवी पूवेल्लम केतुपार की शूटिंग के वक्त हुई थी. उस वक्त दोनों ही इंडस्ट्री में नए थे और स्ट्रगल कर रहे थे. यही कमी दोनों को करीब ले आई.
ज्योतिका की इस बात पर फिदा हो गए थे सूर्या
जानकारी के मुताबिक, ज्योतिका जब फिल्म में शूटिंग कर रही थीं, उस वक्त उन्हें तमिल भाषा नहीं आती थी. इसके बावजूद उनकी डायलॉग डिलीवरी बेहतरीन होती थी और वह अपने काम के प्रति डेडिकेटेड नजर आती थीं. साथ ही, सेट पर बाकी सदस्यों और क्रू मेंबर्स के प्रति उनका व्यवहार काफी अच्छा होता था. यही बात सूर्या के दिल को भा गई थी.
दूसरी मुलाकात ने मिटाईं दिलों की दूरियां
बता दें कि फिल्म में एक साथ काम करने के बाद सूर्या और ज्योतिका की राहें अलग हो गईं. दोनों अपने-अपने प्रोजेक्ट्स में बिजी हो गए. एक दिन ज्योतिका किसी फिल्म की शूटिंग कर रही थीं, वहां उन्हें सूर्या नजर आए. उस दौरान हुई दूसरी मुलाकात ने उनके दिलों की दूरियों को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म कर दिया.
टू स्टेट्स जैसी है सूर्या-ज्योतिका की प्रेम कहानी
बता दें कि सूर्या तमिल स्टार हैं, जबकि ज्योतिका पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखती हैं. कहा जाता है कि सूर्या का परिवार उनके इस रिश्ते से खुश नहीं था, लेकिन तमिल स्टार ने आखिरकार उन्हें भी मना लिया. जब दोनों ने फिल्म काखा... काखा... में एक साथ शूटिंग की तो अपने-अपने दिल की बात कहने से भी गुरेज नहीं किया.
बस यूं एक-दूसरे के हो गए सूर्या-ज्योतिका
बता दें कि काखा... काखा... फिल्म रिलीज होने से पहले ही सूर्या और ज्योतिका ने सगाई कर ली थी. इसके बाद दोनों ने अपने-अपने परिवार को इस शादी के लिए मनाया और 11 सितंबर 2006 के दिन बेहद धूमधाम से एक-दूसरे को हमेशा-हमेशा के लिए अपना हमसफर चुन लिया.