Kadambari Jethwani: हाल ही में आंध्र प्रदेश सरकार ने एक्ट्रेस और मॉडल कादंबरी जेठवानी के आरोपों की जांच के बाद एक महानिदेशक समेत तीन आईपीएस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. एक्ट्रेस ने पुलिस अधिकारियों पर उनके खिलाफ दर्ज मामले में 'जल्दबाजी में गिरफ्तार करने' और 'परेशान' करने का आरोप लगाया था. चलिए जानते हैं कौन हैं कादंबरी जेठवानी?
कौन हैं कादम्बरी जेठवानी?
IMDb प्रोफ़ाइल मुताबिक, कादंबरी जेठवानी 28 साल की मॉडल और एक्ट्रेस हैं. कादम्बरी का जन्म अहमदाबाद, गुजरात में एक हिंदू सिंधी जेठवानी परिवार में हुआ था. उनके पिता नरेंद्र कुमार एक मर्चेंट नेवी ऑफिसर हैं और उनकी मां आशा, इकोनॉमिक्स में गोल्ड मेडलिस्ट हैं और भारतीय रिजर्व बैंक में मैनेजर हैं.
कादंबरी ने मेडिकल की डिग्री भी ली है
कादंबरी ने अपनी एजुकेशन प्रकाश हायर सेकेंडरी स्कूल, माउंट कार्मेल हाई स्कूल और उदगम स्कूल, अहमदाबाद के सभी एलिट इंस्टीट्यूट से हासिल की, और 12 साल की उम्र में भरतनाट्यम में विशारद भी ली. कादंबरी पढ़ाई में काफी अच्छी स्टूडेंट रहीं. उन्होंने हायर सेकेंडरी एग्जाम में टॉप किया था और अहमदाबाद के प्रेस्टिजियस श्रीमती एनएचएल म्यूनिसिपल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री भी ली.
कादंबरी ने साड्डा अड्डा से बॉलीवुड में किया था डेब्यू
हालांकि, इसके बाद, उनकी मां के ट्रांसफर की वजह से उनके परिवार को मुंबई में शिफ्ट होना पड़ा, और वहां एक निर्देशक के साथ अचानक मुलाकात के कारण उन्हें बॉलीवुड फिल्म साड्डा अड्डा में लीड रोल मिल गया. हालांकि यह फिल्म दर्शकों को प्रभावित करने में असफल रही. इसके बाद उन्होंने साउथ की कई फिल्मों जैसे उइजा (कन्नड़), आता (तेलुगु), आई लव मी (मलयालम) में काम किया और खूब नाम कमाया.
कैसे कराया 3 आईपीएस अधिकारियों को सस्पेंड?
पूर्व इंटेलिजेंस चीफ पी सीतारमा अंजनेयुलु (डीजी रैंक), विजयवाड़ा के फॉर्मर पुलिस कमिश्नर क्रांति राणा टाटा (आईजी रैंक), और विशाल गुन्नी (एसपी रैंक), तत्कालीन डिप्टी पुलिस कमिश्नर (विजयवाड़ा) को कादंबरी द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के बाद निलंबित कर दिया गया है. दरअसल कादंबरी जेठवानी ने पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान उन्होंने मुंबई में एक निगम के एक टॉप अधिकारी के खिलाफ दायर मामला वापस नहीं लेने पर उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी.
एक्ट्रेस ने हाल ही में इन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और आरोप लगाया था कि उसके खिलाफ झूठा मामला थोपा गया और उसे परेशान किया गया. इसके बाद एपी पुलिस में उनकी शिकायत के आधार पर, राज्य सरकार ने जांच के बाद अधिकारियों को निलंबित कर दिया.