इरफान खान के निधन के बाद पत्नी सुतापा का झकझोर देने वाला बयान, बताया क्या शिकायत है अब भी
इरफान खान के परिवार की ओर से बयान जारी किया गया है. बयान में इरफान खान की पत्नी सुतापा और बच्चों ने अपने जज्बात पिरो कर रख दिए हैं. यहां हिंदी में पढ़िए उनका पूरा बयान:
बॉलीवुड एक्टर इरफान खान का बुधवार को निधन हो गया है. इस खबर ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री को सकते में डाल दिया. सभी कलाकार इरफान खान के निधन से दुख हैं, साथ ही एक्टर के परिवार के लिए भी दुआ कर रहे हैं. इरफान खान के निधन की खबर पर भारत सहित दुनियाभर से शोक संदेश आए. वहीं अब इरफान खान के परिवार की ओर से बयान जारी किया गया है. बयान में इरफान खान की पत्नी सुतापा और बच्चों ने अपने जज्बात पिरो कर रख दिए हैं. यहां हिंदी में पढ़िए उनका पूरा बयान:
"मैं इसे एक परिवार के बयान के रूप में कैसे लिख सकता हूं जब पूरी दुनिया इसे व्यक्तिगत नुकसान के रूप में ले रही है? जब लाखों लोग इस समय हमारे साथ हैं तो मैं अकेला महसूस कैसे कर सकती हूं? मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह नुकसान नहीं है, यह एक लाभ है. यह उन चीजों का लाभ है जो उसने हमें सिखाई थीं, और अब हम इसे लागू करना और विकसित करना शुरू करेंगे. फिर भी मैं उन चीजों को भरने की कोशिश करना चाहती हूं जिनके बारे में लोग अभी नहीं जानते हैं. यह हमारे लिए अविश्वसनीय है लेकिन मैं इसे इरफान के शब्दों में डालूं तो, "यह जादुई है" चाहे वह यहां है या नहीं, और वो जो प्यार करता था वो कभी भी एकतरफा नहीं था. केवल एक चीज है जो मुझे उससे शिकायत है; उसने मुझे जिंदगी भर के लिए बिगाड़ दिया है. पूर्णता के लिए उनकी कोशिश मुझे किसी भी चीज में साधारण चीज के लिए व्यवस्थित नहीं करती है. एक लय थी जो उन्होंने हमेशा हर चीज में देखी, यहां तक कि कैकोफनी और अराजकता में भी, और मैंने पूरी तरह से उसी में ढलना सीख लिया था. मजेदार बात ये है कि हमारा जीवन अभिनय में एक मास्टरक्लास था, इसलिए जब "बिन बुलाए मेहमान" की एंट्री हुई, तब तक मैं मतभेद में भी हारमनी बनाना सीख चुकी थी. डॉक्टर की रिपोर्ट मेरे लिए उन स्क्रिप्ट की तरह थी, जिन्हें मैं परिपूर्ण करना चाहती थी, इसलिए मैंने उनकी परफॉर्मेंस में किसी भी कमी के लिए एक भी डिटेल को मिस नहीं किया. हम इस यात्रा में कुछ अद्भुत लोगों से मिले और सूची अंतहीन है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिनका मुझे उल्लेख करना है, हमारे ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ, नितेश रोहतोगी (मैक्स अस्पताल साकेत) जिन्होंने शुरुआत में हमारा हाथ थाम रखा था, डॉ. डेन क्रेल (यूके), डॉ. शिद्रवी (यूके), मेरे दिल की धड़कन और अंधेरे में मेरी लालटेन डॉ. सेवंती लिमये (कोकिलाबेन अस्पताल). यह समझाना मुश्किल है कि यह यात्रा कितनी शानदार, दर्दनाक और रोमांचक रही है. मुझे लगता है कि यह ढाई साल का अंतराल रहा है, जो कि इरफान के कंडक्टर की भूमिके निभाने में एक शुरुआत, मध्य और अंत भी रहा. हम 35 साल एक दूसरे से .जुड़े रहे. हमारी शादी का रिश्ता नहीं बल्कि एक मिलन था. मैं अपने छोटे से परिवार को एक नाव में देखती हूं. मेरे दोनों बेटे बाबिल और अयान भी मेरे साथ हैं. इसे आगे बढ़ाने में इरफान के निर्देश वहां वहीं यहां से मोड़ो भी उनके साथ हैं. लेकिन चूंकि जीवन सिनेमा नहीं है और कोई इसमें रीटेक नहीं होते. ईमानदारी से मेरी कामना है कि मेरे बच्चे इस नाव को अपने पिता के मार्गदर्शन के माध्यम से सुरक्षित रूप से चलाते रहे और रॉकबाय करें. मैंने अपने बच्चों से पूछा, यदि संभव हो, तो वे अपने पिता द्वारा पढ़ाए गए सबक को अपनी लाइफ में जोड़े जो उनके लिए महत्वपूर्ण है. बाबिल: 'अनिश्चितता के नृत्य के लिए आत्मसमर्पण करना सीखें और ब्रह्मांड में अपने विश्वास पर विश्वास करें ". अयान: "अपने मन को नियंत्रित करना सीखें और इसे अपने नियंत्रण में न आने दें." आंसू बहेंगे जब हम उनका पसंदीदा रात की रानी का पेड़ उस जगह पर लगाएंगे जहां हमने उन्हें शानदार सफर के बाद दफनाया है. इसमें समय लगता है लेकिन यह खिल जाएगा और खुशबू फैल जाएगी और उन सभी आत्माओं को स्पर्श कर लेगा जिन्हें मैंने प्रशंसकों नहीं बल्कि आने वाले वर्षों के लिए परिवार कहा था."
सुतापा के इस स्टेटमेंट को पढ़कर हर किसी की आंखे नम हो जाएंगी. आपको बता दें कि कैंसर के खिलाफ लंबी जंग के बाद इरफान खान ने मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में आखिरी सांस ली. इसके बाद उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया.