बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में सबूतों को व्यवस्थित तरीके से मिटाया गया है. भाजपा के राज्यसभा सांसद ने गुरुवार को अपने सत्यापित ट्विटर अकाउंट से यह आरोप लगाया.


उन्होंने कहा, "सबूतों को व्यवस्थित तरीके से मिटाया गया. इसके लिए मेहनत से सबूतों के पुननिर्माण की जरूरत है. एसएसआर का अगले दिन ही दाह-संस्कार कर दिया गया था, सबसे मुश्किल कूपर अस्पताल की ऑटोप्सी रिपोर्ट का दोबारा मूल्यांकन करना है. इसलिए सीबीआई द्वारा एकत्रित परिस्थितिजन्य सबूत और कबूलनामे के बीच इस अंतर को भरना होगा."





उन्होंने इससे पहले बुधवार को ट्वीट कर कहा था, "कुछ पुलिस अधिकारी मीडिया में यह बता रहे हैं कि एम्स के पोस्टमार्टम से यह पता चलेगा कि यह हत्या थी या आत्महत्या. वे ऐसा कैसा कर सकते हैं, जब सुनंदा केस की तरह ही उनके पास एसएसआर का शव नहीं है? ज्यादा से ज्यादा, एम्स की रिपोर्ट यही बता सकती है कि डॉ. कूपर अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा क्या किया गया और क्या नहीं किया गया. "


हाल ही में स्वामी ने सुशांत की ओटॉप्सी करने वाले पांच डॉक्टरों पर भी निशाना साधा था. इससे पहले भी सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत सिंह की मौत को लेकर महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं. इसके साथ ही सुब्रमण्यम स्वामी उन लोगों में से एक थे जिन्होंने सुशांत की मौत के मामले में CBI जांच की मांग की थी. इसके साथ ही सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था.