कहते हैं असली सिनेमा वही है जो समाज की असलियत दिखाए, सही गलत की पहचान करवाए, सोचने पर मजबूर कर दे, रोने पर मजबूर कर दे और भर दे ऐसा जोश कि असल जिंदगी में भी हर कोई हीरो बन सके. ऐसा ही जोश भरा था दामिनी फिल्म (Damini Movie) ने लोगों के बीच, जिसके एक-एक डायलॉग, जिसके एक-एक सीन के साथ लोगों ने खुद को जोड़ा और खासतौर से एक सीन ने लोगों की आंखों में आंसू तक ला दिए थे. खासतौर से सनी देओल (Sunny Deol) और मीनाक्षी शेषाद्रि (Meenakshi Seshadri) के कोर्ट सीन्स ने.
जब दामिनी ने कहा था- 'मुझे नहीं चाहिए इंसाफ'
दामिनी फिल्म बलात्कार जैसे गंभीर विषय पर बनी थी. जिसने लोगों के दिलों को छूआ. दामिनी के रोल में मीनाक्षी शेषाद्रि की मासूमियत काम कर गई और फिल्म सुपरहिट हो गई थी. यूं तो ये पूरी फिल्म ही जबरदस्त थी लेकिन इसके कोर्ट सीन आज भी याद किए जाते हैं. उस वक्त भी इन सीन्स पर सिनेमाघरों में खूब तालियां बजी थी.
ऐसा ही एक सीन था दामिनी की कोर्ट में गवाही का. लेकिन कोर्ट पहुंचने से पहले ही दामिनी पर जानलेवा हमला होता है. एक तरफ जहां दामिनी खुद की जान बचाने की कोशिश कर रही होती है तो वहीं दूसरी ओर कोर्ट में सनी देओल अपने दमदार डायलॉग से लोगों में जोश भरते हैं. लेकिन जब दामिनी का हौसला टूट जाता है तो हर वो शख्स भी टूट जाता है जो उम्मीद लगाए इंसाफ की बांट में था. फिल्म का ये सुपरहिट सीन आप जरूर देखिएगा.
1993 में रिलीज हुई थी दामिनी
साल 1993 में निर्देशक राजकुमार संतोषी ने ऋषि कपूर, मीनाक्षी शेषाद्रि और सनी देओल जैसे सितारों से सजी फिल्म का निर्माण किया. फिल्म रिलीज हुई और बेहद ही संवेदनशील मुद्दे पर बनी ये फिल्म लोगों को खूब पसंद आई. फिल्म तो खूबसूरत थी ही साथ ही बेहद ही सुंदर थे इसके गाने. लिहाजा ये फिल्म रातों रात सुपरहिट हो गई. आज भी इस फिल्म को महिलाओं और महिला अपराधों पर बनी सबसे दमदार फिल्म की लिस्ट में शामिल किया जाता है. कमाई के मामले में 1993 में ये फिल्म सांतवे नंबर पर रही और सनी देओल को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का नेशनल अवॉर्ड भी दामिनी के लिए मिला था.
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