‘हैलो, हाऊ आर, खाना खाकर जाना’
‘मैं तो थक गई भाईशाब’
अगर आप 90 के दशक की पैदाइश हैं तो इन डायलॉग्स से अच्छी तरह वाकिफ होंगे. काफी सुनी सुनी लगेंगीं ये लाइनें. और इन्हें पढ़ते ही याद आ जाएगा वो चेहरा जो भुलाए नहीं भुलाया जा सकता है. हंसा प्रफुल्ल पारेख (Hansa Parekh). एक ऐसा अनूठा किरदार जिसनें लोगों को बेवजह भी हंसने का मौका दिया.  बिना सिर पैर की बातों पर लोग खूब हंसे और इसकी कामचोरी पर तो लोगों ने खूब ठहाके लगाए. धीरे धीरे ये किरदार लोगों के दिल और जहन दोनों में बसता चला गया. दो दशक पूरे हो चुके हैं लेकिन खिचड़ी (Khichdi) को लोग भुलाए नहीं भूलते. हंसा के किरदार को निभाने वालीं सुप्रिया पाठक (Supriya Pathak) अब 60 साल की हो चुकी हैं. और उनके जन्मदिन पर हंसा को याद करना बेहद जरूरी हो जाता है. 


डेली सोप की कर दी थी छुट्टी
वैसे हंसा पारेख (Hansa Parekh) ही नहीं खिचड़ी का हर किरदार ही अनूठा था. फिर चाहे प्रफुल्ल हो, बापूजी या फिर जयश्री. सभी एक से बढ़कर एक लेकिन जो बोड़मपना हंसा ने दिखाया वो लाजवाब था. हंसा पारेख (Hansa Parekh) के किरदार में सुप्रिया पाठक (Supriya Pathak) ने अपनी जिंदगी का आइकॉनिक किरदार निभाया. उस दौर में उन्हें इतना पसंद किया गया कि डेली सोप की क्वीन की गद्दी भी डगमगाने लगी थी. वहीं सिर्फ हंसा जैसे कॉमेडी रोल ही नहीं बल्कि 40 साल के करियर में उन्होंने ऐसे कई किरदार निभाए जो यादगार बन गए. 


विरासत में मिली एक्टिंग
सुप्रिया पाठक (Supriya Pathak) इतनी दमदार अदाकार कैसे बनीं. यूं तो हुनर किसी का मोहताज नहीं लेकिन फिर भी सुप्रिया में कुछ तो बात थी. दरअसल एक्टिंग का हुनर उन्हें विरासत में मिला था. सुप्रिया पाठक के पिता बलदेव पाठक और मां दीना पाठक दोनों ही एक्टिंग की दुनिया के महारथी थे. जिन्होंने थिएटर भी खूब किया. सिर्फ यही नहीं सुप्रिया शादी के बाद जिस घर में गईं वहां भी सभी एक्टिंग से जुड़े थे. सुप्रिया पाठक की शादी मशहूर एक्टर पंकज त्रिपाठी से हुई है उनके बहन रत्ना पाठक जानी मानी एक्ट्रेस हैं जिन्होंने नसीरुद्दीन शाह से शादी की है. 


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