डेढ़ साल तक सुशांत सिंह राजपूत के घर पर बतौर हाउस कीपिंग स्टाफ और सुशांत के निजी बॉय के तौर पर काम करने वाले नीरज सिंह अंतिम दिन (14 जून को खुदकुशी वाले दिन) तक सुशांत के घर पर काम कर रहे थे. उस दिन क्या हुआ था, उन्होंने एबीपी न्यूज़ के कैमरे पर बताया.
नीरज ने दरवाजा तोड़े जाने के बाद सुशांत की लाश पंखे से लटकते हुए देखी थी. नीरज वो शख्स हैं जिन्होंने 14 जून को सुबह सुबह सुशांत को ठंडा पानी दिया था, जो सुशांत के साथ उनकी आखिरी मुलाकात थी. उसके बाद सुशांत को लेकर घर में जो कुछ हुआ और दरवाजा तोड़े जाने तक का घटनाक्रम नीरज ने विस्तार से एबीपी को बताया.
नीरज ने कहा कि एक दिन पहले यानि 13 जून को घर में कोई पार्टी नहीं हुई थी. घर के सभी स्टाफ ही घर में मौजू्द थे. 8 जून को रिया के घर छोड़कर जाते वक्त नीरज ने झगड़े की कोई बात नहीं देखी/सुनी थी. नीरज का कहना है कि छोटी-मोटी बातें कपल्स में होती रहती हैं और ऐसा ही दोनों के बीच होता था, कुछ मेजर नहीं. डेढ़ साल में उन्होंने दोनों के बीच कोई बड़ा झगड़ा नहीं देखा.
नीरज ने बताया रिया के जाते वक्त सुशांत अपने कमरे में थे और कपड़ों से भरा बैग ले गयीं थीं. लैपटॉप और मेडिकल फाइल की जानकारी नहीं है. सुशांत और रिया एक दूसरे को बहुत प्यार करते थे. सुशांत हर बात के लिए रिया से पूछते थे और उनपर डिपेंड करते थे. मेंटेनेंस और फाइनेंशियल कंट्रोल भी उनके हाथ में था.
इसके साथ ही उन्होंने इलाज के दौरान कुछ दिनों तक सुशांत रिया के घर पर भी रहे थे. रिया ही घर को लेकर तमाम फैसले करती थीं. कुछ स्टाफ को घर से हटाने में रिया का हाथ था. यूरोप टूर से लौटने के बाद सुशांत की तबीयत खराब हुई थी. नीरज को और घर के अन्य स्टाफ को सुशांत के डिप्रेशन के बारे में नहीं पता था. रिया ही सुशांत का इलाज करा रही थीं और दवाइयां भी देती थीं.