Pehchan Kaun: आज हम आपको साउथ फिल्मों के एक ऐसे मशहूर विलेन के बारे में बताने जा रहा हैं, जिन्होंने जीरो से लेकर हीरो तक का सफर तय किया है. इस अभिनेता ने अपनी कड़ी मेहनत से वह मुकाम हासिल किया, जो किसी सपने से कम नहीं था. 


साउथ के इस दिग्गज कलाकार ने ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘बाहुबली’ में अपने दमदार अभिनय के लिए खूब वाहवाही बटौरी थी. अगर आप अभी भी नहीं पहचान पाए, तो बता दें कि यहां बात बाहुबली के बिज्जलदेव उर्फ नास्सर की हो रही है. आज 5 मार्च को नास्सर अपना 66वां जन्मदिन सेलिब्रेट करते हैं. तो चलिए इस खास मौके पर जानते हैं एक्टर से जुड़े कुछ अनसुने किस्से...


छोटा रोल पाकर खुश थे अभिनेता
नास्सर को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था. उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1985 में आई तमिल फिल्म 'कल्याण अगाथिगल' से की थी. इस फिल्म उनका रोल भले ही छोटा था, लेकिन नास्सर के लिए ये किसी सपने से कम नहीं था. ये रोल पाकर वह काफी खुश थे. 


सिक्योरिटी गार्ड और वेटर का भी किया काम
वहीं फिल्मों में तो नास्सर ने कदम रख लिया था लेकिन उनका संघर्ष अभी भी जारी रहा. कई सालों तक दर-दर भटकने के बाद भी उन्हें इंडस्ट्री में काम नहीं मिला. फिर अपने घर वालों का पेट पालने के लिए एक्टर ने वेटर और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करनी शुरू कर दी. लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उनका हौसला अभी भी बुलंद था.


विलेन बनकर खूब लूटी वाहवाही
कड़ी मेहनत और सालों के संघर्ष के बाद नास्सर के पास कई फिल्मों के ऑफर आने शुरू हुए. डेब्यू के दो साल बाद नास्सर ने 'वेलाकरण' और 'वन्ना कानवुगल' में निगेटिव रोल कर वह छा गए. लोगों ने उनके काम की जमकर तारीफ की. इसके बाद से फिर कभी नास्सर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वहीं देखते ही देखते नास्सर ने इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना ली.  अभिनेता ने रोजा, वीरम, खुशी, चाची 420 , रावड़ी राठौर, रमैया वस्तावैया, थलाइवी जैसे कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है. वहीं बाहुबली में भी उनके बिज्जलदेव किरार को खूब पसंद किया गया. 



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