मुंबई: जाने-माने टीवी और फिल्म अभिनेता कुशल पंजाबी ने गुरुवार की शाम को मुंबई में अपने बांद्रा स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वे सिर्फ 37 साल के थे. इस खबर के बाद उनके चाहने वालों, करीबियों और परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है. उन्होंने मशूहर टीवी सीरियल 'इश्क में मरजावां' में भी काम किया था. चार साल पहले शादी करने वाले और एक बेटे के पिता कुशल पंजाबी मुंबई में बांद्रा स्थित एलसिड बिल्डिंग की तीसरी मंजिल के घर में अकेले रहते थे.
बताया जा रहा है कि कुशल के माता-पिता गुरुवार की शाम को बार-बार कुशल को फोन कर रहे थे, मगर घंटों की मशक्कत के बाद भी कुशल ने उनके फोन का जवाब नहीं दिया. तकरीबन 10.30 बजे उन्होंने एक चाबी वाले को बुलाया और घर खुलवाया. दरवाजा खुलते ही दोनों ने देखा कि उनके बेटे कुशल की लाश फांसी से झूल रही है. इसके फौरन बाद कुशल को पास के ही भाभा अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
नवंबर 2015 में कुशल पंजाबी ने उनकी फ्रेंच गर्लफ्रेंड आन्द्रे डोल्हन से गोवा में बीच वेडिंग की थी. यह शादी उन्होंने पहले क्रिश्चियन और फिर अगले दिन हिंदू रीति रिवाज के साथ की थी. एबीपी न्यूज़ को पता चला है कि कुशल और आन्द्रे के बीच कुछ वक्त से तनाव चल रहा था, इसीलिए वो दोनों अलग हो गये थे. आन्द्रे फ्रांस की किसी मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थीं, जहां फिलहाल उनका तबादला चीन के एक शहर में हो गया है. इसके बाद से ही आन्द्रे चीन में अपने बेटे के साथ रह रहीं हैं.
कुशल के दोस्त और टीवी अभिनेता चेतन हंसराज ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि 3-4 दिन पहले ही कुशल अपने बेटे से मिलने के लिए चीन गये थे और एक महीने पहले ही कुशल ने उन्हें बताया था कि आन्द्रे और उनकी शादी तनाव के दौर से गुजर रही है और वो जल्द से तलाक लेने वाले हैं. जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
कुशल पंजाबी की पत्नी चीन के शंघाई में एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती हैं. वह इन दिनों अपने बेटे कियान के साथ अपने परिवार के साथ फ्रांस में हैं. कहा जा रहा है कि उनके मुंबई आने के बाद ही कुशल पंजाबी का अंतिम संस्कार किया जाएगा. बताया जा रहा है कि कुशल का अंतिम संस्कार शनिवार को दोपहर में किया जाएगा. तब तक उनके पार्थिव शरीर को मुंबई के कूबर अस्पताल में ही रखा जाएगा.
ये भी पढ़ें-
भावुक विदाई: जोधपुर एयरबेस से आखिरी बार उड़ा मिग-27, करगिल युद्ध में निभाई थी अहम भूमिका
उत्तर भारत में इस साल बाढ़ के कारण गई 1900 लोगों की जान, 30 लाख से अधिक विस्थापित