कौन बनेगा करोड़पति: अमिताभ बच्चन ने अपने सरनेम को लेकर खोला राज़, शो पर कही ऐसी बात
स्वच्छता के प्रति युद्ध स्तर पर कमर कसने वाले पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित बिंदेश्वर पाठक इस क्षेत्र में 1974 से कार्यरत हैं उन्होंने सुलफ इंटरनेशनल के तत्वाधान की बदौलत सुलभ शौचालय को प्रोत्साहन मिला है.
मशहूर क्विज गेमशो 'कौन बनेगा करोड़पति' के 2 अक्टूबर के एपिसोड में स्वच्छता का दूसरा नाम बन गए समाजसेवी डॉ बिंदेश्वर पाठक ने शिकरत की. यह एपिसोड महात्मा गांधी के 150वीं जनंती पर प्रसारित किया जाने वाला खास एपिसोड था. कर्मवीर स्पेशल नाम से स्पेशल इस एपिसोड में डॉ पाठक के साथ इंदौर शहर, जिसे स्वच्छ सर्वेक्षण अभिनान में सबसे साथ शहर का खिताब हासिल हुआ है, के म्युनिसिपल कारपोरेशन के कमिश्नर आशीष सिंह भी शामिल हुए थे.
Dr Bindeshwar Pathak's list of awards and accolades is a long one, but his biggest achievement is providing the facilities for hygienic defecation to masses without access to it. Watch him play on the Hotseat on #KBCKaramveer special, tonight at 9 PM pic.twitter.com/NKcRza8MIF
— Sony TV (@SonyTV) October 2, 2019
स्वच्छता के प्रति युद्ध स्तर पर कमर कसने वाले पद्म भूषण अवॉर्ड से सम्मानित बिंदेश्वर पाठक इस क्षेत्र में 1974 से कार्यरत हैं, उनके सुलफ इंटरनेशनल के तत्वाधान से सुलभ शौचालय को प्रोत्साहन मिला है.
इस एपिसोड में एक खास बात यह भी हुई कि सदी के महानायक ने इस बात का खुलासा किया कि उनका सरनेम किसी भी धर्म से ताल्लुक नहीं रखता है. इस बारे में बोलते हुए अमिताभ बच्चन ने सभी से बताया, "मेरे पिता इसके खिलाफ थे. मेरा सरनेम श्रीवास्तव था लेकिन हम कभी भी इसपे विश्वास नहीं करते थे. मुझे यह कहते हुए गर्व महसूस होता है कि मैं इस नाम से अपने परिवार का नाम रखने वाला पहला व्यक्ति हूं."
बॉलीवुड मेगास्टार ने कहा, "जब जनगणना के कर्मचारी मेरे घर पर आते हैं, तो वे मुझसे मेरे धर्म के बारे में पूछते हैं और मैं हमेशा जवाब देता हूं कि मैं किसी भी धर्म का नहीं हूं, मैं भारतीय हूं."
बिग बी ने अपनी पारिवारिक परंपरा के बारे में बात की और बताया कि वह होली का त्योहार घर के सम्मानित और बुजुर्ग के पैरों पर रंग लगा कर उनके चरण छू कर शुरू करते हैं.
डॉ पाठक और श्री सिंह ने क्विजगेम शो में 12,50,000 रुपये की पुरस्कार राशि जीती.