जिस किरदार से मिली पहचान उसी ने लगा दी थी अरुण गोविल के करियर की वाट, 14 साल तक नहीं मिला था कोई काम
Arun Govil Career: रामानंद सागर की रामायण में राम का किरदार निभाकर अरुण गोविल घर-घर में फेमस हो गए थे. मगर ये ही किरदार उनके करियर के लिए श्राप बन गया था.
Arun Govil Career: रामानंद सागर साल 1987 में टीवी पर एक शो रामायण लेकर आए थे. इस शो से वो पूरी दुनिया में फेमस हो गए थे. रामायण का लोगों ने खुले दिल से स्वागत किया था. शहरों से लेकर गांव तक में जब रामायण का टेलिकास्ट होता था तो सब लोग काम छोड़कर इसे देखने बैठ जाते थे. इस शो के हर किरदार को घर-घर में पहचान मिली थी. राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल हों या सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया. लोग इन कलाकारों को भगवान की तरह पूजने लगे थे. शो को खूब प्यार मिला था. इस शो से अरुण गोविल रातों-रात स्टार बन गए थे लेकिन जब रामायण खत्म हुई तो उनका पूरा करियर ही पलट गया था. जी हां अरुण गोविल के पास काम के लाले पड़ गए थे. उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में इस बारे में खुलासा किया था.
अरुण गोविल ने अपने करियर की शुरुआत फिल्मों से की थी मगर बाद में उन्होंने टीवी का रुख कर लिया. टीवी पर उन्होंने रामानंद सागर की रामायण में काम किया और स्टार बन गए. हर कोई उनको पूजने लगा था लेकिन जब ये शो खत्म हुआ तो अरुण गोविल को बड़ा झटका लगा. उन्हें कोई काम ही नहीं दे रहा था.
14 साल तक काम के लिए तरसे
रामायण की कास्ट एक बार कपिल शर्मा के शो में आई थी जहां पर अरुण गोविल ने खुलासा किया था कि रामायण के बाद उन्हें काम मिलना बंद हो गया था. 14 सालों तक वो काम के लिए तरस गए थे. उन्हें किसी ने भी काम नहीं दिया था. अरुण ने कहा- जब ये शो खत्म हुआ तो कोई भी प्रोड्यूसर मुझे काम नहीं देना चाहता था. जब मैं किसी रोल के लिए जाता था तो वो कहते थे- आप तो भगवान राम हैं, आपकी छवि बहुत बड़ी है. हम आपको सपोर्टिंग रोल में कैसे कास्ट कर सकते हैं. मुझे लगा था कुछ समय में सब ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. करीब 14 सालों तक मैं काम के लिए तरसता रहा लेकिन मुझे काम नहीं मिला.
राजनीति में रख चुके हैं कदम
अब अरुण गोविल राजनीति में कदम रख चुके हैं. उन्होंने मेरठ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा है. आज नतीजों की घोषणा हो रही है और इसमें अब तक अरुण गोविल आगे चल रहे हैं.