पिछले हर सप्ताह की ही तरह इस बार भी बिग बॉस घरवालों से किन्हीं तीन सदस्यों को आपसी सहमति से कालकोठरी भेजने का निर्देश देते हैं. कालकोठरी के लिए इस बार का नॉमिनेशन वोट से नहीं बल्कि गार्डन एरिया में खेले गए एक खेल जरिए हुआ.
गार्डन एरिया में एक छेद वाला घड़ा हर कंटेस्टेंट्स के नाम के सामने रखा गया था. सिवाए सुरभि के क्योंकि वह इस हफ्ते घर की कप्तान हैं. घरवालों को उस कंटेस्टेंट के नाम के आगे रखे घड़े में पानी भरना था और सही रीजन देकर उसे नॉमिनेट करना था.
जिस कंटेस्टेंट के नाम के आगे रखा हुए घड़ा छेद के माध्यम से ओवरफ्लो होने लगेगा उसे कालकोठरी की सजा दी जाएगी. कैप्टन होने के नाते सुरभि को घड़े में पानी भरने के लिए तीन बार मौका दिया गया और बाकी के घरवाले एक-एक बार घड़े में पानी भरते नजर आए.
रोमिल और सुरभि ने मेघा को दीपक के प्रति बेहद तल्ख रवैये को बरतने के लिए नॉमिनेट किया. मेघा इसे स्वीकारते हुए कालकोठरी की सजा के लिए तैयार हो गईं. इसके बाद सुरभि का अगला निशाना जसलीन थीं. सुरभि ने जसलीन को ड्रामेबाज और फुटेज खाने वाली बता कर नॉमिनेट कर दिया. उनके ऐसा करने से जसलीन काफी मायूस हो गईं. सुरभि का जसलीन के लिए ऐसे करने में यह मंशा थी कि वह अपने दोस्त रोहित और दीपक को कालकोठरी में जाने से बचा सकें.
दीपिका भी सुरभि के ऐसा करने से काफी मायूस हुईं और उनके ऊपर अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करने का इल्जाम लगाती नजर आईं. दीपिका ने सुरभि के ऊपर इल्जाम लगाया कि वह खुद को अब तटस्थ नहीं बताएं क्योंकि अब ये साफ जाहिर होता है कि वह यहां पक्षपात कर रही हैं.
घरवालों ने दीपिका, मेघा और जसलीन को कालकोठरी की सजा सुनाई थी, मगर बिग बॉस ने ट्विस्ट लाते हुए घरवालों के फैसले में बदलाव कर दिया. चूंकि रोहित ने फिज चुराई थी, जिसकी सजा सुनाते हुए बिग बॉस ने रोहित को कालकोठरी भेज दिया. रोहित के बदले सुरभि को किसी एक कंटेस्टेंट को सेव करना था. सुरभि ने दीपिका नाम लिया और वह कालकोठरी की सजा से बच गईं.