BB OTT 2: फलक नाज ने पहली बार Avinash Sachdev संग रिलेशनशिप पर की बात, बोलीं- 'मैंने उनके प्रपोजल को ना..'
BB OTT 2: बिग बॉस ओटीटी 2 में फलक और अविनाश की बॉन्डिंग काफी सुर्खियों में रही. शो के दौरान अविनाश ने फलक को प्रपोज भी किया था. वहीं अब फलक ने अविनाश संग अपने रिश्ते पर बात की है.
BB OTT 2: फलक नाज़ टीवी का पॉपुलर चेहरा हैं. हाल ही में एक्ट्रेस ने सलमान खान के शो "बिग बॉस ओटीटी सीजन 2" से काफी सुर्खियां बटोरी. हालांकि वे इस शो से एविक्ट हो गई हैं बावजूद इसके बिग बॉस के घर के अंदर उनकी और अविनाश सचदेव की केमिस्ट्री ने हर किसी का ध्यान खींचा. दरअसल शो के दौरान अविनाश ने फलज के लिए अपनी फीलिंग्स का इजहार किया था.हालांकि एक्ट्रेस ने उन दौरान कहा था कि वे अभी अपने करियर पर फोकस कर रही हैं. वहीं अब फलक ने बिग बॉस के घर से बाहर आने के बाद एक इंटरव्यू में इस पर अपना रिएक्शन दिया है.
फलक ने अविनाश का प्रपोजल क्यों एक्सेप्ट नहीं किया?
टेलीचक्कर को दिए इंटरव्यू में फलक से पूछा गया था कि उन्होंने अविनाश सचदेव का प्रपोजल क्यों मंजूर नहीं किया. इस पर फलक ने जवाब दिया कि मैंने उनके प्रपोजल को कभी ना नहीं कहा और उन्होंने जो कहा, मैं उसकी रिस्पेक्ट करती हूं, लेकिन मुझे टाइम चाहिए था. मेरी प्रायोरिटिज अलग हैं. मैं अपने लिए समय चाहती था. मैं शो में दिखने के लिए "हां" भी कह सकती था, लेकिन यह फेक होता. मैं चाहती था कि यह रियल हो. मैं गेम के लिए ऐसा नहीं कर सकती. मैं वही हूं जो मैं हूं और मैं यह दिखाना चाहती थी. ये एक प्योर बॉन्ड था और इसलिए ऑडियंस ने इसे पसंद किया.
फलक ने अविनाश के पास्ट रिलेशनशिप पर की बात
इंटरव्यू के दौरान फलक ने अविनाश के असफल रिश्तों के बारे में भी बात की. एक्ट्रेस ने कहा,"मैंने उनसे इस बारे में बात की थी और मैंने उनसे उनके पिछले रिश्तों के बारे में पूछा और उन्होंने कहा कि उनके बहुत सारे दोस्त हैं और वह झगड़ों को सुलझाने में विश्वास रखते हैं. इस पर फिर मैंने उनसे पूछा कि अगर वह चीजों को सुलझाने में विश्वास करते हैं तो ऐसा क्यों हुआ कि उनके पहले तीन रिश्ते टूटे.''
फलक ने आगे बताया, ''अविनाश ने इस पर कहा कि जो लोग उनकी लाइफ में आए उन्होंने उन्हें बदलने की कोशिश की. जैसे कि डेटिंग फेज के दौरान आप उस शख्स को उसी रूप में पसंद करते हैं जैसे वह है और आप उसे बदलना नहीं चाहते हैं. एक रिश्ते में अपेक्षाएं यह हो जाती हैं कि आप उस शख्स को बदलना चाहते हैं और फिर आप उस इंसान को चीजें न करने के लिए कहते हैं और यह क्लॉस्ट्रोफोबिक बन जाता है. जैसा कि आपको पहले लगता था कि वह अलग था, न कि वह अलग है, यही अविनाश ने मुझसे कहा था.”