Tabassum Birth Anniversary: 3 साल की उम्र में ही एक्टिंग करने लगी थीं तबस्सुम, रामायण के राम के साथ है ये रिश्ता
Tabassum: बात दूसरों को मिसाल देने की हो तो तबस्सुम का जिक्र जरूर होता है. लोगों को हमेशा अच्छी सीख देने वाली तबस्सुम की आज बर्थ एनिवर्सरी है. आइए जानते हैं उनके कुछ किस्से...
Tabassum Unknown Facts: जिस उम्र में बच्चे ठीक से बोल नहीं पाते हैं, उस वक्त वह सिनेमा के पर्दे पर अपनी अदाकारी के जलवे दिखाने लगी थीं. बॉलीवुड के किस्से तो दुनिया बयां करती है, लेकिन वह अपनेआप में सिनेमा की इनसाइक्लोपीडिया थीं. बात हो रही है तबस्सुम की, जिनकी आज बर्थ एनिवर्सरी है. आइए उनकी जिंदगी की उन बातों से आपको रूबरू कराते हैं, जिनके बारे में आपने शायद ही सुना होगा.
तीन साल की उम्र से करने लगी थीं एक्टिंग
9 जुलाई 1944 के दिन जन्मी तबस्सुम रियल लाइफ में रील लाइफ के 'राम' और भगवान राम की जन्मभूमि से ताल्लुक रखती थीं. दरअसल, उनके पिता अयोध्यानाथ सचदेव और मां असगरी बेगम दोनों ही फ्रीडम फाइटर थे, जिनका ताल्लुक अयोध्या से था. हालांकि, तबस्सुम का जन्म मुंबई में हुआ था. दावा किया जाता है कि जब तबस्सुम ने सिनेमा की दुनिया में पहला कदम रखा, उस वक्त वह महज तीन साल की थीं. वह बड़े पर्दे पर कभी 'छोटी नरगिस' बनीं तो कभी 'छोटी मीना कुमारी' बनकर नजर आईं.
ये था तबस्सुम का असली नाम
बता दें कि तबस्सुम का असली नाम किरण बाला सचदेव था, लेकिन उनके पिता ने अपनी पत्नी की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए बेटी का नाम तबस्सुम रखा था. वहीं, मां ने अपने पति की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए बिटिया का नाम किरण बाला रखा. बता दें कि शादी से पहले के कागजात में तबस्सुम का आधिकारिक नाम किरण बाला सचदेव ही दर्ज है.
ऐसे शुरू हुआ था फिल्मी करियर
तबस्सुम ने साल 1947 में फिल्म नरगिस से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट (3 साल की उम्र) करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद वह 'मझधार', 'मेरा सुहाग' और 'बड़ी बहन' आदि फिल्मों में नजर आईं. 1951 के दौरान नितिन बोस के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'दीदार' में उन्होंने नरगिस के बचपन की भूमिका निभाई थी. इस फिल्म का हिट सॉन्ग 'बचपन के दिन भुला न देना' तबस्सुम पर ही फिल्माया गया था.
21 साल तक होस्ट किया एक ही शो
जब भारतीय टेलीविजन इतिहास का पहला टॉक शो फूल खिले हैं गुलशन गुलशन ऑन एयर हुआ तो उसे तबस्सुम ने होस्ट किया और इस जिम्मेदारी को 21 तक बखूबी निभाया. तबस्सुम 15 साल तक मैगजीन गृहलक्ष्मी की एडिटर भी रहीं. उन्होंने चुटकुलों पर कई किताबें भी लिखीं. इसके अलावा साल 1985 के दौरान तबस्सुम ने अपनी पहली फिल्म 'तुम पर हम कुर्बान' का डायरेक्शन किया. इस फिल्म की कहानी उन्होंने खुद लिखी थी और प्रॉड्यूसर भी वह खुद ही थीं. बता दें कि तबस्सुम ने इसी फिल्म में जॉनी लीवर को बतौर कॉमेडियन दुनिया से पहली बार रूबरू कराया था.
टीवी के 'राम' से भी तगड़ा नाता
बता दें कि टीवी की दुनिया से विदा लेने के बाद तबस्सुम ने यूट्यूब पर अपना चैनल भी लॉन्च किया, जिसका नाम उन्होंने 'तबस्सुम टॉकीज' रखा था. इस चैनल के वीडियो में वह सिनेमा की दुनिया के पुराने किस्से आदि बयां करती थीं. गौर करने वाली बात यह है कि तबस्सुम ने 'रामायण' सीरियल में राम का किरदार मशहूर हुए टीवी एक्टर अरुण गोविल के बड़े भाई विजय गोविल से शादी की थी. तबस्सुम के बेटे होशांग गोविल भी फिल्मों में काम कर चुके हैं. वहीं, होशांग की बेटी खुशी यानी तबस्सुम की पोती ने फिल्म 'हम फिर मिले न मिले' से बॉलीवुड डेब्यू किया था.