Kavi Kumar Azad Unknown Facts: बिहार की धरती ने सिनेमा की दुनिया को ऐसे कई सितारे दिए हैं, जिन्होंने अपनी अदाकारी से रुपहले पर्दे की रौनक बढ़ा दी. ऐसे ही एक कलाकार कवि कुमार आजाद भी रहे, जिनकी अदाकारी को फैंस आज भी याद करते हैं. 12 मई 1972 के दिन बिहार के सासाराम में जन्मे कवि कुमार आजाद ने छोटे पर्दे पर अलग पहचान बनाई और घर-घर में डॉ. हाथी के नाम से मशहूर हुए. हालांकि, साल 2018 में आज ही के दिन यानी 9 जुलाई को वह इस दुनिया को अलविदा कह गए थे. पुण्यतिथि के मौके पर हम आपको कवि कुमार आजाद की जिंदगी के चंद पन्नों से रूबरू करा रहे हैं.
कई फिल्मों में दिखाया अपना दम
बता दें कि कवि कुमार आजाद का असली नाम हरपाल था, लेकिन वह एक्टिंग और लेखन के काफी शौकीन थे. इस वजह से उन्होंने अपना नाम बदलकर कवि कुमार आजाद रख लिया था. उन्होंने बिहार में ही रहकर अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी की थी. इसके बाद किस्मत आजमाने के लिए मुंबई चले गए. शुरुआती करियर में उन्होंने कई शॉर्ट फिल्म और मूवीज में सहयोगी कलाकार की भूमिकाएं निभाईं. ऋतिक रोशन और ऐश्वर्या राय स्टारर जोधा अकबर में कवि कुमार आजाद ने गेहूं कारोबारी की भूमिका निभाई थी.
इन सीरियल में दिखाई दमदार अदाकारी
छोटे पर्दे की बात करें तो कवि कुमार आजाद ने अपना करियर सीरियल घर जमाई से शुरू किया था. इसके 59वें एपिसोड में दिखाए गए एक फूड कॉम्पिटिशन में वह बतौर जज नजर आए थे. इसके बाद जूनियर जी में पुलिस इंस्पेक्टर का किरदार निभाकर वह बच्चों के दिलों में बस गए. उनके सीरियल की लिस्ट में चाचा चौधरी, शरारत, फंटूश... ड्यूड्स इन द टेंथ सेंचुरी, हातिम, हीरो - भक्ति ही शक्ति है, बेस्ट ऑफ लव निक्की आदि शामिल हैं. हालांकि, कवि कुमार आजाद को सबसे ज्यादा शोहरत सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा से मिली. इसमें उन्होंने डॉ. हंसराज बलदेवराज हाथी उर्फ डॉ. हाथी का किरदार निभाया, जिससे वह घर-घर में मशहूर हो गए.
हार्ट अटैक से हुआ था निधन
अपनी अदाकारी से हर किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने वाले कवि कुमार आजाद एक दिन अपने फैंस को बिलखता हुआ छोड़कर चले गए. दरअसल, 9 जुलाई 2018 के दिन उन्हें हार्ट अटैक पड़ा, जिसके बाद उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. उस दौरान वह मुंबई में ही थे. तारक मेहता का उल्टा चश्मा सीरियल के फैंस आज भी उन्हें बेहद याद करते हैं.