जब ‘देवों के देव महादेव’ फेम Mohit Raina के एक बूढ़ी औरत ने छुए थे पैर, कहा था, 'आप भगवान से मेरा कनेक्शन हैं.... '
Mohit Raina: मोहित रैना को 'देवों के देव - महादेव' से काफी पॉपुलैरिटी हासिल हुई थी. एक इंटरव्यू में एक्टर ने एक हैरान कर देने वाला वाक्या सुनाया. उन्होंने बताया कि एक बूढ़ी औरत ने उनके पैर छुए थे
Mohit Raina Feet Touched By A Old Woman: मोहित रैना 'देवों के देव - महादेव' में भगवान भोलेनाथ का किरदार निभाकर घर-घर फेमस हो गए थे. उन्हें आज भी महादेव की भूमिका के लिए याद किया जाता है. हालांकि मोहित ने बॉलीवुड फिल्मों के अलावा ओटोटी वेबसीरीज में भी दमदार काम किया है. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान मोहित ने शो के साथ अपने आध्यात्मिक संबंध और फैंस के रिएक्शन सहित कईं चीजों के बारे में बात की थी. इस दौरान उन्होंने एक ऐसा वाकया बताया जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया.
मोहित रैना के एक बूढ़ी औरत ने छुए थे पैर
रणवीर इलाहाबादिया के साथ एक पॉडकास्ट में मोहित रैना ने कहा, “2017 में, जब मैंने फैंस के साथ बातचीत शुरू की, तो एज ग्रुप बहुत अलग था. बच्चे मुझसे कहते थे, 'अंकल आप बहुत अच्छे लगते हैं', यंगस्टर्स मुझसे कहते थे, 'आप सेक्सी दिखते हैं', महिलाएं मुझसे कहती थीं, 'आपने बहुत अच्छा काम किया, आप सुंदर दिखते हैं' और दादी-नानी मुझे आशीर्वाद देती थीं.
कुछ सेलेब्स ऐसे होते हैं जिनके साथ आप तस्वीर क्लिक कराना चाहते हैं और कुछ ऐसे भी सेलेब्स होते हैं जिनसे आप सिर्फ मिलना या हाथ मिलाना चाहते हैं. मुझे लगता है, मैं दूसरी कैटेगिरी का था. मैं भाग्यशाली महसूस करता हूं कि मुझे चुना गया. एक बार, बहुत टाइम पहले, एक बूढ़ी औरत ने मेरे पैर छुए. मैंने उन्हें ये कहते हुए रोकने की कोशिश की, 'आप मेरी दादी की उम्र की हो.' इस पर उन्होंने बहुत प्यारी बात कही थी. उन्होंने कहा था, ''तुम्हें मुझे रोकने का अधिकार नहीं है. तुम यह मत सोचना कि मैं तुम्हारे पैर छू रही हूं. आप माध्यम हैं. इसलिए आप मुझे मत रोकिए और उसके साथ मेरे आध्यात्मिक कनेक्शन के 5-10 सेकंड भी मत लीजिएग. तो मुझे लगता है, मैंने उस स्पेशल मोमेंट को समर्पित कर दिया.
‘देवों के देव’ शो मिलने के दिन ही मोहित ने अपने पिता खो दिए थे
मोहित आगे बताते हैं कि उनके पिता महादेव के भक्त थे. इसलिए ये शो उनके लिए उनके पिता की ओर से एक उपहार की तरह था. जिस दिन मुझे शो के लिए कन्फर्म किया गया, उसी दिन मैंने अपने पिता को खो दिया. मुझे लगता है कि यह मेरे लिए उनका गिफ्ट था. यह एक संयोग नहीं हो सकता. और मुझे अपना बेस्ट देना पड़ा क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि यह उनका उपहार है. मैंने इसमें अपना दिल और आत्मा लगा दी थी.