नई दिल्लीः सिंगर सोना महापात्रा म्यूजिक कंपोज़र अनु मलिक के इंडियन आइडल शो से बतौर जज हटने पर बहुत खुश हैं. सोना ने गुरुवार को कहा कि ये एक सिंबोलिक विक्ट्री है, जो उन सब महिलाओं के लिए है जिन्होंने सेक्सुअल हरासमेंट को झेला है. उन्होंने कहा कि सोनी टीवी को ऐसा करने में लंबा समय लगा लेकिन मुझे खुशी है कि आखिरकार अनु मलिक को शो से बाहर कर दिया गया. उन्होंने कहा कि यह पूरे देश की लड़ाई है. बहुत सारे लोग हैं जो अनु मलिक को नेशनल टेलीविज़न पर खुद को फ्लॉन्ट करते हुए नहीं देखना चाहते थे. बता दें, अनु मलिक पर मी टू आंदोलन के दौरान आरोप लगे थे.
सोना महापात्रा ने कहा कि मैं निष्पक्षता और न्याय के लिए लड़ रही थी. अब इस खबर को सुनने के बाद, मुझे लगता है कि यह हर किसी के लिए एक जीत हैृ न केवल मेरे लिए बल्कि अन्य सभी महिलाओं के लिए जिसके साथ अनु मलिक ने बुरा बर्ताव किया. यह एक प्रतीकात्मक जीत है. हमारी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, यह सिर्फ एक शुरुआत है. हम अभी और भी लोगों को इस संबंध में जागरूक करेंगे.
आपको बता दें, इस मामले ने उस समय और तूल पकड़ लिया था जब 2018 में गायिका सोना महापात्रा ने पहली बार अनु मलिक पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. गायिका नेहा भसीन और श्वेता पंडित भी अनु मलिक के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप में श्रीमती महापात्रा के साथ शामिल हुई थीं. इसके बाद अनु मलिक को इंडियन आइडल के सीजन 10 से हटना पड़ा था.
हालांकि जब सोनी टीवी ने अनु मलिक को इस साल सीजन 11 में रखा तो सोना महापात्रा ने अनु मलिक और चैनल के खिलाफ अपने अभियान को फिर से शुरू किया. पिछले दिनों सोना को सोशल मीडिया पर भारी समर्थन मिला है और लोग अनु मलिक को शो से हटाने की मांग कर रहे हैं.
कुछ दिनों पहले अनु मलिक ने सोशल मीडिया पर ये दावा किया कि उनके खिलाफ झूठे और बिना सबूत के आरोप लगाए जा रहे हैं. अब गुरुवार को संगीतकार ने शो छोड़ने का फैसला किया. सोनी टीवी के करीबी सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है कि अनु मलिक अब इंडियन आइडल के साथ जज के रूप में आगे नहीं बढ़ रहे हैं.
मलिक का यह फैसला सोना द्वारा केंद्रीय महिला और बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) मंत्री स्मृति ईरानी को एक खुला पत्र लिखने के बाद आया है. सोना ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि महिलाओं और बाल विकास के लिए माननीय मंत्री को मेरा खुला पत्र. प्रिय स्मृति ईरानी जी, मैं भारत में लोगों के कल्याण के लिए और यौन अपराधियों को पकड़ने की पहन करने के लिए आपका धन्यवाद देती हूं. लेकिन उन ऑर्गनाइजेशंस का क्या जो ऐसे लोगों को अभी भी काम पर रखी रही हैं जिन पर यौन शोषण का आरोप है. सोनी टीवी ने अनु मलिक के खिलाफ कई महिलाओं की शिकायत को अनदेखा कर उन्हें युवाओं के कार्यक्रम इंडियन आइडल का जज नेशनल टीवी पर बनाया है. क्या ऐसे में यौन शोषण का शिकार महिलाओं की कहानी कोई मायने नहीं रखती? क्या सोनी टीवी इसके लिए जिम्मेदार नहीं है?
सोना महापात्रा के पत्र के बाद, राष्ट्रीय महिला आयोग ने सोनी टीवी को नोटिस भेजा था. आयोग ने नोटिस को उनके आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी साझा किया. नोटिस में, आयोग ने सोना महापात्रा के ट्वीट का उल्लेख किया और चैनल से पूछा कि वह स्पष्ट करे कि मामले पर क्या कार्रवाई की गई.
एक इंटरव्यू में अनु मलिक ने अपने फैसले के बारे में बात करते हुए कहा कि वह शो से तीन हफ्ते के ब्रेक पर जाना चाहते हैं और उनका नाम क्लियर होने के बाद वापस आएंगे.