लॉकडाउन के दौरान जिन सीरियल्स को दूरदर्शन पर वापस से शुरू किया गया है, उनमें महाभारत काफी खास है. 80 के दशक में टीवी पर धूम मचाने वाले इस सीरियल के कई पात्र की आज भी चर्चा होती है. मगर एक ऐसा भी पात्र महाभरत में था जो अमूर्त था, सीरियल में उसकी केवल अवाज़ ही सुनाई देती थी. इस पात्र का नाम था 'समय'. 'मैं समय हूं' एक सूत्रधार की तरह सीरियल की हर कड़ी को आगे बढ़ाने वाली इस आवाज के पीछे जो शख्स था उनका नाम हरीश भिमानी है.
दर्शकों को यह अवाज इतनी पसंद आई कि लोग समय को रामायण सीरियल के एक पात्र की तरह मानते थे और इस आवाज को सुनकर काफी खुश हुआ करते थे. 15 फरवरी 1956 में मुंबई में जन्में हरीश भिमानी पेशे से एक वाइस ओवर आर्टिस्ट हैं. उन्होंने अपने करियर में 22 हजार से भी ज्यादा रिकॉर्डिंग्स की हैं. मगर सबसे ज्यादा चर्चित उनकी कोई आवाज थी तो वह महाभारत के सूत्रधार 'समय' की थी.
अपने करियर के तौर पर उन्होंने न सिर्फ सीरियल में बल्कि, फिल्मों, स्टेज शो, रेडियो, स्पोर्ट्स, एंकरिंग समेत म्यूजिक एल्बम्स के लिए भी अवाज का जादू सभी के सामने बिखेरा.
हरीश अपनी प्रतिभा का लोहा आज भी मनवा रहे हैं. उनकी आवाज का यही खास जादू है कि साल 2016 में उन्हें मराठी डॉक्यू-फीचर 'माला लाज वाटत नाही' में सर्वश्रेष्ठ वॉइस ओवर के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया.
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