मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने टेलीविजन अभिनेता व गायक करण ओबेरॉय को एक महिला से दुष्कर्म और उसे ब्लैकमेल करने के मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पेशे से ज्योतिष महिला ने रविवार को पुलिस में मामला दर्ज करया था जिसमें उसने कहा था कि 2017 में करण ने शादी का झूठा वादा करके उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे ब्लैकमेल किया.


पुलिस ने 6 मई को करण को गिरफ्तार किया था. अदालत ने करण को बुधवार तक के लिए पुलिस हिरासत में भेजा था. गुरुवार दोपहर उसे अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.


करण के वकील दिनेश तिवारी ने कहा कि वह शुक्रवार को सत्र अदालत में जमानत के लिए आवेदन करेंगे.


महिला द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, आरोपी ने शादी का वादा कर उसके साथ दुष्कर्म किया, इस एक्ट को फिल्माया और वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी के तहत उससे पैसे ऐंठने की कोशिश की.


34 साल महिला का कहना है कि वह 2016 में एक डेटिंग एप के जरिए करण से मिली थी. इसके एक साल बाद करण ने उसे नारियल के पानी में कुछ मिलाकर दिया और उसका यौन उत्पीड़न किया.


25 सालों से करण एक मॉडल, गायक और अभिनेता हैं और उन्होंने 'स्वाभिमान', 'जस्सी जैसी कोई नहीं' और 'साया' सहित कई टेलीविजन धारावाहिकों में अभिनय किया है. वह ए बैंड ऑफ ब्वॉयज के गायक थे.


उनके दोस्तों और सहयोगियों ने उनका बचाव किया है. अभिनेत्री पूजा बेदी ने कहा कि दुष्कर्म पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए बने कानून का इस्तेमाल महिलाओं को जिम्मेदारी से करना चाहिए.


उन्होंने मीडिया से कहा,"हमें पुरुषों के अधिकारों को बचाने के बारे में भी सोचना होगा."


ए बैंड ऑफ ब्वॉयज के पूर्व सदस्य सुधांशु पांडे भी करण के बचाव में आए और कहा कि उन्हें करण पर लगे आरोपों पर भरोसा नहीं है. वह टीम के पांच सदस्यों में से 'सबसे ज्यादा शिष्ट' रहे हैं.