मुंबई: अभिनेता और गायक करण ओबेरॉय पर रेप और ब्लैमिंग का आरोप लगाने वाली पीड़िता ने पहली अपनी आपबीती बताते हुए एबीपी न्यूज़ से बात बातचीत की और करण ओबेरॉय पर तरह-तरह के और भी इल्जाम लगाये.


पीड़िता ने एबीपी न्यूज़ को सिलसिलेवार ढंग से बताया कि कैसे जनवरी, 2017 में नारियल पानी में नशीली दवाई मिलाने के बाद उन्होंने उसके साथ बलात्कार किया और उनका वीडियो बनाने के बाद उन्होंने उस वीडियो के आधार कई बार उनसे पैसे मांगे.


पीड़िता का कहना है कि पैसे मांगने का ये सिलसिला काफी चला और कई महीने तक उन्होंने करण द्वारा बुक किये गये घर की 1.5 लाख रुपये प्रति माह के हिसाब से किश्तें भी भरीं. पीड़िता का कहना है कि उन्होंने कुलमिलाकर 20 लाख रुपये नकदी और लगभग 20 लाख रुपये कीमत की तरह तरह की चीजें भी गिफ्ट्स में दीं.


उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ करण ही नहीं बल्कि उनके पिता और भतीजे को भी महंगे-महंगे तोहफे‌ दिये हैं. शिकायतकर्ता ने कहा कि इतना सबकुछ करने‌ के बावजूद भी करण कभी उनके साथ अच्छे से व्यवहार नहीं करते थे, उन्हें बात-बात पर जलील भी करता था, उनके मोटापे को लेकर उन्हें भद्दे-भद्दे ताने भी मारता था. पीड़िता ने बताया कि कैसे इतनी जिल्लत भरी जिंदगी जीने‌ के बावजूद करण के बार-बार शादी के वादे से प्रभावित होकर वो उनसे शादी करने का इरादा रखती थीं.


पीड़िता ने बताया कि रेप और ब्लैमेलिंक की तमाम घटनाओं के 6 महीने बाद उन्हें करण ओबेरॉय से प्यार हो गया था. अपने इस अजीबो-गरीब किस्म के प्यार को जस्टिफाई करते हुए उन्होंने 'स्टॉकहोम सिड्रोम' का हवाला दिया और बताया कि कैसे एक पीड़ित शख्स को एक तकलीफ पहुंचाने वाले शख्स से लगाव हो जाता है.

गौरतलब है पिछले हफ्ते यानि 25 मई को इस मामले में तब एक नया मोड़ आ गया था जब लोखंडवाला इलाके में मॉर्निंग वॉक के दौरान पीड़िता पर दो बाइक सवारों ने हमला किया था और वहां पर केस वापस लेने की धमकी वाली पर्ची छोड़कर भाग निकले थे.


पुलिस ने इस मामले की तहकीकात करते हुए इस मामले में चार लोगों - जिशान अंसारी (23), उनके भाई अल्तमास अंसारी (22), जतिन संतोष (22) और अराफत अहमद अली को गिरफ्तार किया था. मुम्बई के जोन 9 के डिप्टी पुलिस कमिश्नर परमजीत सिंह दहिया ने सभी की गिरफ्तारी के बाद एक बयान‌ में कहा था कि पीड़िता पर हमले के मामले में गिरफ्तार किये गये चार लोगों में से एक आरोपी पीड़िता के वकील अली कासिफ खान का दूर का रिश्तेदार है.


डिप्टी कमिश्नर ने ये भी बताया कि इस मामले के उजागर होते ही वकील अली काशिफ खान का फोन स्विच ऑफ आ रहा है और इस वक्त वो लापता हैं. जब एबीपी न्यूज़ ने पीड़िता से इस हमले में उनके ही वकील के हाथ होने की आशंका का जिक्र किया तो उन्होंने कहा, "खुद पर हमला करवाकर मैं खुद अपना ही केस खराब क्यों करना चाहूंगी?"


उन्होंने कहा कि उन्हें इस हमले के बारे में कोई जानकारी नहीं है और कहा कि पिछले कुछ दिनों से वो अपने वकील काशिफ को फोन करने की कोशिश कर रहीं हैं,‌ मगर वो भी उनसे संपर्क नहीं कर पा रही हैं.


पीड़िता द्वारा मुंबई के ओशिवरा पुलिस स्टेशन में करण ओबेरॉय के खिलाफ पिछले महीने उनके साथ रेप से संबंधित एफआईआर दर्ज कराने के बाद करण इन दिनों न्यायिक हिरासत में तलोजा जेल में बंद है और उनके वकील ने उनकी जमानत के लिए अब बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.