Divyanka Tripathi संग कोल्ड वॉर को लेकर Karan Patel ने पहली बार तोड़ी चुप्पी, कहा- 'हम दोनों अलग-अलग पर्सनैलिटी हैं'
Karan Patel on rivalry with Divyanka Tripathi: करण पटेल और दिव्यांका त्रिपाठी के बीच का कोल्ड वॉर खूब चर्चा में रहा. वहीं अब पहली बार एक्टर ने इन खबरों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
Karan Patel on rivalry with Divyanka Tripathi: टीवी के मशहूर एक्टर करण पाटेल पिछले लंबे समय से दर्शकों को एंटरटेन करते आ रहे हैं. 'सीरियल ये हैं मोहब्बतें में रमन भल्ला के किरदार में उन्हें खूब सराहना मिली. शो में दिव्यांका त्रिपाठी संग उनकी जोड़ी देखने को मिली थी.
वहीं इस शो की पॉपुलैरिटी के साथ-साथ दिव्यांका और करण के बीच का कोल्ड वॉर भी खूब चर्चा में रहा. खबरें थी कि रील लाइफ में पती-पत्नी का किरदार निभाने वाले करण और दिवयांका असल जिंदगी में एक-दूसरे को देखना तक पसंद नहीं करते हैं. सेट पर दोनों की अनबन की खबरें आए दिन सुर्खियों में रहती थी.
दिव्यांका संग अपने कोल्ड वॉर को लेकर करण पटेल ने पहली बार अपनी तोड़ी चुप्पी
वहीं अब पहली बार करण पटेल ने इन खबरों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. हाल ही में ईटाइम्स से बातचीत के दौरान एक्टर ने बताया कि वे इन अफवाहों पर खूब हंसते थे. करण कहते हैं कि 'दिव्यांका मेरी अच्छी दोस्त है. हाल ही में उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर अकाउंट पर मेरी पहली फिल्म का प्रोमो शेयर कर मुझे सपोर्ट किया है. दिवयांका ने मुझे मैसेज करके विश भी किया और कहा कि उन्हें प्रोमो बहुत पसंद आया.'
View this post on Instagram
कहा- हम दोनों अलग-अलग पर्सनैलिटी हैं
करण आगे कहते हैं कि 'हम दोनों एक-दूसरे के साथ बैठकर कॉफी नहीं पिया करते, इसका ये मतलब नहीं कि हम अच्छा बॉन्ड शेयर नहीं करते हैं. हम दोनों अलग-अलग पर्सनैलिटी हैं. मैं थोड़ा शैतान हूं. सेट पर खूब मस्ती करता हूं. लोगों के साथ मजाक-मस्ती करने रहता हूं. लेकिन दिवयांका एक इंट्रोवर्ट लड़की है. उसे एक कोने में बैठकर किताबें पढ़ना पसंद है. लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि दोनों एक दूसरे का चेहरा नहीं देखना पसंद करते. हम अच्छे दोस्त हैं. एक दूसरे की इज्जत करते हैं.'
करण ने कहा-लोग कुछ भी लिखते हैं
करण ने आगे ये भी बताया कि 'हम जब भी अपने बारे में ऐसी खबरें पढ़ा करते थे तो खूब हंसते थे. हम दोनों अक्सर इसपर डिस्कस करते थे कि तुने पढ़ा क्या मैं सेट पर लेट आया और तू निकल गई... हमें हंसी आती थी कि लोग कुछ भी बनना के लिख देते हैं.'