पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय फिल्मों और टेलीविजन शो पर रोक लगा दी. जस्टिस गुलज़ार अहमद की अध्यक्षता में शीर्ष अदालत की तीन सदस्यीय पीठ ने पाकिस्तानी चैनलों पर भारतीय सामग्री के प्रसारण से संबंधित मामले की सुनवाई की. रेडियो पाकिस्तान ने कहा, "शीर्ष अदालत ने निजी चैनलों को भारतीय सामग्री प्रसारित करने से रोक दिया है." मामले की सुनवाई अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है.
यह कदम पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन के उस फैसले के एक हफ्ते बाद आया है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान में भारतीय हवाई हमलों के बाद पाकिस्तान फिल्म प्रदर्शक संघ भारतीय फिल्मों का बहिष्कार करेगा. हुसैन ने यह भी कहा कि उन्होंने पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए) को "भारत-निर्मित विज्ञापनों" पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं. शीर्ष अदालत ने पिछली बार अक्टूबर 2018 में भारतीय इंटेरटनमेंट सामग्री पर प्रतिबंध लगाया था.
बता दें कि पुलवामा हमले के बाद भारत में भी फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लॉईज (एफडब्ल्यूआईसीई) ने पाकिस्तानी कलाकारों पर रोक लगा दी थी. इसके साथ ही एफडब्ल्यूआईसीई ने पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करने की जिद करने वाले फिल्म निर्माताओं पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी.
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