Pankhuri Awasthy On Resuming Work Post Motherhood: टीवी के पॉपुलर कपल पंखुड़ी अवस्थी और गौतम रोड़े हाल ही में ट्विंस बच्चों एक बेटा और एक बेटी के पेरेंट्स बने हैं. फिलहाल ये जोड़ी अपने जुड़वां बच्चों के साथ पेरेंटिंग के खूबसूरत पल एंजॉय कर रहे हैं. हालांकि डिलीवरी के कुछ ही दिनों बाद पंखुड़ी काम पर भी लौट आई हैं. ऐसे में एक्ट्रेस ने अपने न्यू बॉर्न बच्चों को छोड़कर काम पर जाने को लेकर बात की है.
लखनऊ की पंखुड़ी अवस्थी रोडे दो जुड़वां बच्चों की मां बन गई हैं. एक्ट्रेस ने हाल ही में डिलीवरी के कुछ दिन बाद ही एक नए एड के लिए काम फिर से शुरू कर दिया है. वहीं ईटाइम्स की रिपोर्ट के मुताबित पंखुड़ी ने इसे लेकर कहा, "फिलहाल मैं सिर्फ छोटे-छोटे प्रोजेक्ट ले रही हूं. मैं एड और छोटे होम शूट के साथ शुरुआत कर रही हूं."
डिलीवरी के कुछ दिनों बाद ही पंखुड़ी ने शुरू कर दिया काम
उन्होंने आगे कहा, "यह पहली बार था जब मैं मां बनने के बाद किसी एड की शूटिंग के लिए बाहर निकली थी. केवल मुंबई में अलग-अलग जगहों पर तीन से चार दिन. मैं अभी शो नहीं कर रही हूं, हालांकि उनमें से दो मुझे ऑफर किए गए थे, क्योंकि मुझे लगा कि वह कुछ ऐसा था जिसे मैं मैनेज नहीं कर सकती थी. मैं ऐसा नहीं करना चाहती हूं अभी काफी समय से अपने बच्चों से दूर हूं. हो सकता है, जब मेरे बच्चे तीन महीने के हो जाएं तो मैं ठीक से शूटिंग शुरू करूंगी, खासकर छोटे फॉर्मेट्स के लिए.''
जुड़वा बच्चों को घर पर छोड़कर काम पर जाने पर भावुक हुईं पंखुड़ी
न्यू बॉर्न बेबीज को छोड़कर काम पर जाने को लेकर पंखुड़ी इमोशनल हो गई. उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल भी आसान नहीं है. मैं मां बनने के लिए बहुत नई हूं. यह एक अच्छा एहसास नहीं हो सकता है और मैं उन्हें घर पर छोड़ने में बहुत गिल्ट महसूस कर रही थी यहां तक कि जब मैं घर पर होती हूं और वे दूसरे कमरे में सो रहे होते हैं, तो मैं उन्हें मिस करतू हूं और उन्हें जगाना चाहती हूं और उनके साथ रहना चाहती हूं. उनसे दूर नहीं रहना चाहती हूं. यह मेरी खुद की पहचान को फिर से हासिल करने के बारे में भी है क्योंकि अचानक मैं एक नए व्यक्ति में बदल गई थी जो एक मां है.
32 वर्षों से, मैं खुद को जानती हूं और इस व्यक्ति के अलग-अलग जुनून और इंटरेस्ट हैं, और एक बार जब आप बच्चों को जन्म देती हैं , थोड़ी देर के लिए चीजें बदल जाती हैं. भले ही बच्चे आपकी दुनिया हैं, आपको एहसास होता है कि उस पुराने इंसान के साथ क्या हुआ - जिस पंखुरी को मैं जानता थी.''
पंखुड़ी अवस्थी के डिलीवरी के बाद के पहले दो हफ्ते रहे परेशानी भरे
पंखुड़ी आगे कहती हैं कि डिलीवरी के बाद के पहले दो हफ्ते मेरे लिए उतने अच्छे नहीं थे. मैं छोटी-छोटी बातों पर भावुक हो जाती थी. उस वक्त मुझे नहीं पता था कि ऐसा क्यों हो रहा है. गौतम (रोडे) वास्तव में उस समय आगे आए और मेरे और बच्चों के लिए भी वहां मौजूद थे.