नई दिल्ली: जोड़ियां ऊपर वाला बनाता है या नहीं ये तो हम नहीं जानते लेकिन कहते हैं कि प्यार भी उस रब की इबादत का एक तरीका है. बेहद खुशनसीब होते हैं वो लोग जिन्हें जीते जी अपने प्यार का साथ मिलता है. वैलेंटाइन्स डे नजदीक है और प्यार इन दिनों हवाओं में घुला हुआ है. इसी मौके पर हम आपके लिए कुछ बेहद खास प्रेम कहानियां लाए हैं जिन्हें पढ़कर आप के भी दिल में कुछ कुछ होना लाजमी है...
1. हिमांशू मल्होत्रा - एक जाने पहचाने चेहरे हैं, टीवी से लेकर फिल्मों तक का सफर हिमांशू ने अपनी काबिलियत और मेहनत के बल बूते तय किया है. ये जर्नी और भी खास तब हो जाती है बिना किसी गॉडफादर के इस एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाते हैं. जितना जाना पहचाना चेहरा हिमांशूं हैं उनती ही टैलेंटेंड हैं इनकी पत्नी अमृता. इन दोनों ही ने अपनी जर्नी लगभग साथ में शुरू की थी. आप भी जानें इनकी छोटी सी लव स्टोरी की कुछ खट्टी-मीठी बातें..हिमांशू अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए बताते हैं, हमारी मुलाकात 2004 में एक कॉन्टेस्ट के दौरान हुई, उस वक्त न तो मैंने अपने करियर में कोई खास मुकाम हासिल किया था और न ही मेरी पत्नी अमृता ने, लेकिन हम दोनों ये जरूर जानते थे कि एक दिन हम जरूर कुछ बहुत अच्छा करने वाले हैं. उस कॉन्टेस्ट के दौरान हम करीब 6 महीनों के लिए एक रिजॉर्ट में थे क्योंकि उसकी शूटिंग और कॉन्टेस्ट वहीं होना था. इस दौरान हमारी दोस्ती हुई और हम अजनबियों से अच्छे दोस्त हो गए. हमारी इस दोस्ती की खास बात ये थी कि हम एक दूसरे की कमियों से ज्यादा एक दूसरे की खासियतों और अच्छी चीजों पर ध्यान देते थे. इस कॉम्पटीशन के दौरान हम दोनों हमेशा एक दूसरे को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते रहे. इसी दौरान हम दोनों ये तो जान गए थे कि अब ये साथ इतना आम नहीं है जितना हमें लग रहा था. करीब 11 साल तक एक दूसरे को डेट करने के बाद फाइनली हमने शादी का फैसला लिया और अब हमारी शादी को भी 3 साल हो चुके है.
- हिमांशू अपनी पत्नी की तारीफ करते नहीं थकते और बताते हैं, अमृता सिर्फ एक अच्छी इंसान ही नहीं है बल्कि वो बहुत टैलेंटेड भी हैं. हम दोनों यूं तो काफी अलग हैं लेकिन हम दोनों में एक बात है जो एक जैसी है वो हमारी सादगी. हम दोनों ही कभी हमारे काम को खुद पर हावी होने नहीं देते और हमेशा खुद को जमीन से जुड़ा हुआ पाते हैं. मैं बहुत खुशनसीब हूं कि मुझे अमृता जैसी लाइफ पार्टनर मिली है.
प्रॉमिस: मैं अमृता से प्रॉमिस करना चाहता हूं कि वो चाहे जितनी मर्जी कोशिश कर ले लेकिन वो कभी मुझसे अच्छा दोस्त नहीं ढूंढ पाएगी. मैं हमेशा उसका सबसे अच्छा दोस्त बना रहना चाहता हूं.
मैं हमेशा अमृता को बस यही कहता हूं... प्यार दोस्ती है और अगर वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त नहीं होती तो शायद मैं कभी उससे इतनी हद तक प्यार नहीं कर पाता.
2 संग्राम सिंह - बिग बॉस के फाइनलिस्ट रह चुके संग्राम सिंह एक एक्टर तो हैं साथ ही में वो हैं एक वर्ल्ड रैसलिंग चैंपियन. रैसलिंग में अपने जोरदार मुक्कों से सबको चित कर देने वाले संग्राम सिंह दिल से उतने ही नरम हैं. वो एक बेहद खास किस्म के शख्स हैं जो हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहते हैं. उनकी मंगेतर अभिनेत्री पायल रोहतगी भी किसी इंट्रोडक्शन की मोहताज नहीं हैं. इनकी लव स्टोरी काफी मजेदार है. आप भी पढ़ें कि कैसे एक गांव का छोरा इस शहरी छोरी के प्यार में गिरफ्तार हुआ...
अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए संग्राम बताते हैं, मैं पायल से पहली बार दिल्ली -आगरा हाईवे पर मिला. उस दौरान पायल की गाड़ी खराब हो गई थी और मैं उनकी मदद के लिए रूक गया. ये साल 2010 की बात है तब मैं अपने रैसलिंग कॉम्पटीशन की तैयारी कर रहा था. मैंने उनकी मदद की और तब से हमारी एक फॉर्मल जान पहचान हुई. मैं पहले वैलेंटाइन के बारे में जानता नहीं था और मैने अपना पहला वैलेंटाइन पायल के साथ मनाया था. हमारी कहानी थोड़ी फिल्मी थी मैं एक दम देसी आदमी था और पायल एक शहरी लड़की. हमारा रहन-सहन बिल्कुल अलग था और यही हमारे रिश्ते की खास बात थी जो हमेशा हमें एक दूसरे की ओर खींचती थी. हमारी दोस्ती इतनी गहरी हो गई थी कि आज हम जब पीछे मुड़कर देखते हैं तो हमें याद ही नहीं कि हमने असल में एक दूसरे को प्रपोज कब किया था. हम करीब 8 सालों से एक दूसरे साथ हैं और हम जल्द ही अपने इस रिश्ते को जल्द एक नाम देने की प्लानिंग कर रहे हैं लेकिन अभी ये तय नहीं है कि हम कब एक दूसरे से शादी करेंगे.
प्रॉमिस- मैं तो बस पायल को यही प्रॉमिस करना चाहता हूं कि वो जैसी है मैंने उसे वैसे ही प्यार किया है. हमारी परवरिश भले ही एक दूसरे से अलग है लेकिन दिल हमारे एक ही तरह धड़कते हैं. तो बस आप जैसी हो वैसे ही मुझे पसंद हो किसी के लिए भी कभी खुद को बदलना मत.
मैं पायल से हमेशा कहता हूं, कि तुम बिन जिया जाए कैसे, कैसे जिया जाए तुम बिन...!
3. मृणाल जैन: टीवी जगत के जाने पहचाने चेहरे मृणाल जैन ने अपने करियर की शुरुआत साल 2008 में की थी. 2008 से शुरू हुए उस सफर के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. टीवी सीरियल से लेकर फिल्मों तक का सफर मृणाल ने अपने बूते तय किया और उनकी इस जर्नी को खास बनाया उनकी पत्नी स्वीटी ने. साल 2013 में मृणाल ने स्वीटी से शादी की और खास बात ये है कि इनकी ये शादी एक अरेंज मैरिज थी. आप भी जानें इस अरेंज मैरेज के कुछ खास किस्से...
मृणाल बताते हैं, हमारी शादी एक अरेंज मैरेज थी और शादी से पहले हम एक या दो बार ही मिले थे. स्वीटी एक बेहद शांत और सुलझी हुई लड़की है और उसकी यही सादगी उसे बेहद खास बनाती है. हमारी मुलाकात एक फैमिली फ्रैंड के जरिए हुई थी. जुलाई 2013 में हमारी शादी हुई और उसके बाद हमें एक दूसरे के करीब आने का मौका मिला. सगाई से शादी तक का ये सफर बेहद खास था हालांकि हमारी मुलाकात इस दौरान नहीं हुई क्योंकि मैं अपने काम में व्यस्त था. लेकिन शादी के बाद सब बदल गया और दिन ब दिन पहले से बेहतर होता चला गया . ऐसा तो आपने अक्सर सुना होगा कि प्यार के बाद दो लोग शादी कर लेते हैं लेकिन हमें तो शादी के बाद एक दूसरे से प्यार हो गया.
मृणाल बताते है कि जब उनकी शादी हुई तो वो दोनों एक दूसरे के लिए बिल्कुल अजनबी थे, और शादी के बाद सब बदल गया. अब हम एक दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त हैं. हर रिश्ते की तरह हमने भी जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे लेकिन इस सब में खास बात ये थी कि हर बार हम एक दूसरे के और करीब आते गए हमारा रिश्ता पहले से ज्यादा मजबूत होता गया.
प्रॉमिस: मैं बस स्वीटी से ये प्रॉमिस करना चाहता हूं कि मैं हमेशा उन्हें ऐसे ही प्यार करता रहूंगा फिर हालात चाहे भी हों. हालात के आगे कभी हमारा प्यार कमजोर नहीं पड़ेगा.
मैं हमेशा स्वीटी से कहता हूं, मुझे जिंदगी से जो भी चाहिए था मुझे वो सब तुम्हारी आंखों में मिल गया..!
4. रजा मुराद: बॉलीवुड के सबसे लविंग विलेन रजा मुराद फिल्मों भले ही नकारात्मक भूमिका निभाते दिखें, लेकिन असल जीवन में वो इसके ठीक विपरीत एक बेहद संजीदा व शांत शख्सियत हैं. करीब 45 सालों से फिल्मी दुनिया से जुड़े रजा मुराद यूं तो किसी इंट्रोडक्शन के मोहताज नहीं हैं लेकिन बहुत कम लोग उनके इस रूमानी अंदाज के बारे में जानते हैं. कहते हैं शराब और इश्क जितना पुराना हो नशा उतना ही ज्यादा सिर चढ़कर बोलता है. आप भी जानें सुपर विलेन रजा मुराद की बेहद खूबसूरत सी प्रेम कहानी के बारे में..
रजा मुराद अपने पत्नी से हुई पहली मुलाकात के बारे में याद करते हुए बताते हैं, 'सुरैया जैसी एक लड़की हाथों में गुलाब का फूल लिए मेरा इंतजार कर रही थी. उस बला की खूबसूरत लड़की से शादी के लिए इंकार करने का तो सवाल ही नहीं उठता था.' रजा बताते हैं , 'मैंने अरेंज मैरेज की थी और मेरी अम्मी ने मेरे लिए उन्हें पसंद किया था, उनका नाम शाहरुख है और वो भोपाल की रहने वाली थी. उनके लिए मुंबई जैसे बड़े शहर में सहज हो पाना बेहद मुश्किल था लेकिन इस दौर में मैं हमेशा एक दोस्त की तरह उनके साथ रहा. एक बार तो हमारी शादी तय होने के बाद टूटने की कगार पर थी लेकिन मेरी मां तय कर चुकी थी कि मेरी दुल्हन तो यहीं बनेंगी. हमें 6 महीने लगे उनके परिवार को मनाने में लेकिन फिर सब ठीक हो गया और आज हम 30 साल से भी ज्यादा वक्त से इस शादी के बंधन में एक दूसरे के साथ हैं.'
रजा एक बेहद खूबसूरत वाकया याद करते हुए बताते हैं, वो शादी के बाद पहली बार अपने घर भोपाल जा रही थी और मैं उन्हें एयरपोर्ट पर छोड़ने गया था उस दौरान उन्होंने बेहद खूबसूरत जयपुरी साड़ी पहनी थी और उनकी आंखों में वो मोटे -मोटे आंसू, आज भी मुझे वो पल भुलाए नहीं भूलता. उनकी आंखों की वो मासूमियत आज भी मुझे याद है. उस दौर में फोन तो हुआ नहीं करते थे लेकिन जब वो अपने घर जाया करती थी तो हम खतों के जरिए एक दूसरे से बात किया करते थे. आज भी हमने अपने प्यार के वो बेहद खास लम्हे संभाल के रखे हुए हैं.
प्रॉमिस: मैं नहीं जानता कि दुनिया में कोई दूसरा जन्म होता है या नहीं लेकिन अगर ऐसा होता है तो मैं अपनी पत्नी शाहरुख से ये वादा चाहता हूं कि वो हर जन्म में मेरी ही बनें. मैं अगले कई जन्मों के लिए उन्हें अपनी जीवनसंगिनी के रूप में मांगना चाहता हूं.
मैं तो बस यही कहना चाहता हूं, मैं तुम्हें भूल जाऊं ऐसा हो नहीं सकता और तुम मुझे भूल जाओ ऐसा मैं होने नहीं दूंगा.
5.उमा अय्यर : उमा अय्यर मीडिया के बीच एक जाना पहचाना चेहरा हैं. वो भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय में एक सीनियर मीडिया कंसलटेंट तो हैं साथ ही वो एक बहुत अच्छी आरजे भी रही हैं. भोपाल ऑल इंडिया रेडियो में उन्होंने कई सालों तक शो किया है और वो बेहद मधुर आवाज की धनी हैं... उमा की प्रेम कहानी थोड़ी चटपटी और गुदगुदाने वाली है. अपने से 19 साल बड़े एक बाबा को अपने प्रेम के लिए राजी करना कोई मजाक की बात नहीं है जनाब. आप भी जानें इनकी खूबसूरत प्रेम कहानी की कुछ खात बातें..
तुम जो हुए मेरे हमसफर, रास्ते बदल गए..
लाखों दिए मेरे प्यार की राह में जल गए..
इस बार का वैलेंटाइन डे मेरे लिए बेहद खास है, आज से करीब 15 साल पहले सन 2003 में शिवरात्रि के ही दिन मैंने रावल जी को पहली बार देखा था. पहली ही नजर में मुझे लगा था कि ये शख्स बेहद खास है, लेकिन मुश्किल ये थी कि वो तो एक सन्यासी थे. सफेद कुर्ता पायजामा और उस पर रूद्राक्ष की माला, चेहरे पर शालीनता और एक अजीब सा सुकून, किसी को दिल देने के लिए इतना काफी था. उनके आसपास की वो सकारात्मक ऊर्जा मुझे तब भी महसूस होती थी और आज भी महसूस होती है. उन्हें मनाना बहुत मुश्किल था लेकिन मेरी भी जिद थी और करीब एक साल तक मैंने उन्हें परेशान किया और हारकर उन्हें हां कहना पड़ा. हमारी शादी भी बेहद अलग थी, मेरे परिवार वाले इस रिश्ते से खुश नहीं थे उनका कहना था कि खुद से 19 साल बड़े एनआरआई बाबा से शादी करने का फैसला बचकाना है. लेकिन मैं तो ठान चुकी थी, और हमने अपने दफ्तर के कुछ लोगों की मौजदूगी में शादी की. आज 15 साल हो गए हैं हमारी शादी को और ऐसा लगता है कि आज भी हमारा रिश्ता कितना फ्रैश है. एकदूसरे के लिए हमारा प्यार हर दिन पहले के मुकाबले बढ़ता जाता है. आलम ये है कि अब तो कभी-कभी हम ये सोचते हैं कि कई दिनों से हमारा झगड़ा नहीं हुआ एक छोटी फाइट कर लेते हैं... बस यूं कहिए कि प्यार इतना खूबसूरत होता है ये बात मैंने उनसे मिलने के बाद जाना.
मैं उन्हें बस एक ही गीत गुनगुनाती हूं... ''तेरा साथ है कितना प्यारा, कम लगता है जीवन सारा..''