जब राम कपूर को कॉफी हाउस में करना पड़ा था काम, करोड़पति पिता ने पैसे भेजना कर दिया था बंद
Ram Kapoor Worked At Coffee House: टीवी के फेमस एक्टर राम कपूर इन दिनों अपने वेट कम करने को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं. उन्होंने अब अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर कई खुलासे किए हैं.
Ram Kapoor Worked At Coffee House: राम कपूर टीवी इंडस्ट्र के हाइएस्ट पेड एक्टर्स में से एक हैं. उन्होंने कई टीवी सीरियल्स के साथ फिल्मों में भी काम किया है. राम कपूर की एक्टर बनने की जर्नी आसान नहीं रही है. राम कपूर के पिता एक एडवर्टाइजिंग एजेंसी चलाते थे और उनके अपने बेटे को बिजनेस में लाने के कई प्लान थे मगर राम बिजनेस ना करके एक्टर बनना चाहते थे. राम का ये प्लान उनके पिता को पसंद नहीं था. इस वजह से उन्होंने अपने बेटे से बात करना बंद कर दिया था इतना ही नहीं विदेश में पढ़ने गए बेटे को पैसे भेजना तक बंद कर दिया था.
राम कपूर ने सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में अपने एक्टर बनने की जर्नी के बारे में बताया है. उन्होंने कहा- 'मैं एक अमीर आदमीका बेटा था और बहुत सारी प्रिवलेज के साथ बड़ा हुआ हूं लेकिन स्कूल के बाद मैंने अपने पिता को कह दिया था कि मैं उनकी कंपनी नहीं चलाना चाहता हूं और मैं अपना रास्ता खुद बनाना चाहता हूं. तो सारी प्रिवलेज छोड़कर मैं अपना रास्ता बनाकर निकल गया था. जिसके लिए मुझे 10 साल लग गए थे.'
अपनी पसंद के स्कूल में लिया एडमिशन
राम ने आगे कहा- 'जब मैं 13-14 साल का था, तो मैंने अपने पिता से कहा कि मैं एक एक्टर बनना चाहता हूं. उन्होंने मुझे गंभीरता से नहीं लिया, खासकर इसलिए क्योंकि मैं एक छोटा बच्चा था और वह एक बहुत बड़े आदमी थे. उनके लिए, उनकी कंपनी उनकी विरासत और सब कुछ थी और वह चाहते थे कि उनका इकलौता बेटा इसे आगे बढ़ाए. इसलिए, जब मैंने कहा कि मैं उनकी कंपनी नहीं लेना चाहता, तो मुझे समझ में आया कि उन्हें क्या झेलना पड़ा होगा. फिर मैं अमेरिका भाग गया और अपनी पसंद के एक्टिंग स्कूल में दाखिला ले लिया.'
कॉफी हाउस में किया काम
राम ने आगे कहा- 'मेरे पिता ने मुझसे बात करना बंद कर दिया था और पैसे भी भेजना बंद कर दिया था. मैं अमेरिका में खुद सब कर रहा था. अपने खाने और किराए के लिए पैसे कमा रहा था. मैंने स्टारबक्स में काम किया, सेकंड हैंड वीकल बेचे. अगर मैंने ऐसा नहीं किया होता तो जो आज मैं हूं वो नहीं होता.'
पहचान बनाने में लगे 10 साल
राम ने कहा- 'मुझे 10 साल लग गए... फिर एक टाइम ऐसा आया जब उनके अपने ऑफिस के लोग उनके पास आकर अपने बॉस से उनके बेटे के साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए कहने लगे. तभी पिताजी को एहसास हुआ कि मैं कुछ बन चुका हू. और मैं वापस नहीं आऊंगा. हमने 10 साल तक बात नहीं की लेकिन धीरे-धीरे उनके मन में मेरे लिए रिस्पेक्ट डेवलप होने लगी थी.'