Ramayan Vibhishan Aka Mukesh Rawal Real Life Story: ‘रामायण’ की कहानी से हर कोई वाकिफ है. कई लोगों ने ‘रामायण’ में राम और सीता की कहानी पढ़ी, लेकिन इसे जीवंत किया ‘रामायण’ शो ने. रामानंद सागर (Ramanand Sagar) के निर्देशन में बना पौराणिक शो ‘रामायण’ (Ramayan) की कहानी को लोगों ने जिया है. दीपिका चिखलिया और अरुण गोविल को आज भी लोग उनके नाम से नहीं बल्कि ‘सीता’ और ‘राम’ कहकर बुलाते हैं. 1987 में बने इस शो में सिर्फ राम और सीता को पहचान नहीं दिलाई, बल्कि इसके कई किरदार अमर हो गए. इनमें से एक विभीषण भी रहे.


खुशहाल थी मुकेश रावल की जिंदगी


‘रामायण’ में राम भक्त विभीषण का किरदार फेमस एक्टर मुकेश रावल (Mukesh Rawal) ने निभाया था. इस शो ने उन्हें इस कदर पॉपुलैरिटी दिलाई कि, वह घर-घर में मशहूर हो गए. सक्सेस का मजा उन्हें इस शो ने दिलाई. प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ उनकी पर्सनल लाइफ भी अच्छी चल रही थी. वह अपनी बीवी सरला रावल और तीन बच्चों के साथ बेहद खुश थे. उन्हें एक बेटा और दो बेटियां थीं. हालांकि, ये खुशी सिर्फ साल 2000 तक ही रही, क्योंकि इसके बाद उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई.




बेटे की मौत के बाद टूट गए थे मुकेश रावल


मुकेश रावल की खुशहाल फैमिली तब टूट गई, जब उनके बेटे द्विज का निधन हो गया. साल 2000 में महज 18 साल की उम्र में द्विज की ट्रेन से गिरकर मौत हो गई थी. ये सदमा मुकेश रावल बर्दाश्त नहीं कर पाए थे. उन्होंने खुद को संभालने की कोशिश की, लेकिन असफल हुए. बेटे की मौत के दर्द ने उन्हें इस कदर तोड़ दिया कि वह डिप्रेशन का शिकार हो गए. बेटियों की शादी के बाद वह और अकेला महसूस करने लगे.


बेटे की तरह दी खुद की जान


मुकेश 16 सालों तक बेटे के गम में डूबे रहे और एक दिन उसी तरह अपनी जान दे दी, जिस तरह उनके बेटे की मौत हुई थी. उनकी वाइफ ने बताया था कि साल 2016 में मुकेश रावल अचानक अपने बेटे द्विज को बहुत ज्यादा याद करने लगे थे और अक्सर उनकी बात किया करते थे. एक दिन उन्होंने अपनी जान दे दी और हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया.


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