रंगिता प्रीतिश नंदी हमेशा से यह मानकर चलती थीं कि उन्हें अपने शो 'फोर मोर शॉट्स प्लीज!' के माध्यम से नारीत्व, उनकी खामियों, उनकी अच्छाईयों और बुराईयों को सेलिब्रेट करना चाहती थीं, लेकिन बिना पुरुषों को भला-बुरा कहे.


रंगिता ने हाल ही में मीडिया एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा, "हम शुरुआत से ही स्पष्ट थे कि हमारी महिलाएं खुद को ही प्रेरित करेंगी. उनकी खामियां, अच्छाई, दर्द, उत्सव उनके खुद के हैं. वे अपने जीवन में पुरुषों का महत्व नहीं जानती हैं और इसलिए वे या गलत सही के लिए उन्हें दोष नहीं देंगी."





रंगिता ने आगे कहा, "यही वजह है कि यह शो सिर्फ उनके बारे में, उनकी कहानियों, उनके जीवन के बारे में है. और यही वह चीज है जो हमें भारतीय कंटेंट स्पेस में महिलाओं की स्थिति से अलग बनाती है. इसमें पुरुषों को जरा भी बुरा भला नहीं कहा गया है. पुरुष प्यारे होते हैं, हां कभी-कभी आप मेरी लड़कियों पर चिल्लाना चाहेंगे क्योंकि वे अपनी जिंदगी में पुरुषों को कम आंकती हैं. यह उन चीजों में से एक है जिस पर हमें खुद गर्व होता है, कोई काला या गोरा नहीं है. हम जिस दुनिया में रहते हैं वहां कई रंग है."


'फोर मोर शॉट्स प्लीज!' के प्रिज्म के माध्यम से रंगिता ने चार महिलाओं के बारे में बताया, जो मुंबई में अपनी दोस्ती के साथ ही जीवन को जीती हैं. वे अपनी यौन इच्छाओं को लेकर शमिंर्दा नहीं है. वे गल्तियां करती हैं, लेकिन अपनी गलतियों को मानती भी हैं. हालांकि वे सफल हैं, लेकिन जीवन के कुछ पहलुओं में असफलता का सामना भी करती हैं.