नेटफ्लिक्स की चर्चित वेब सीरीज रही 'दिल्ली क्राइम' का दूसरा सीजन रिलीज से पहले ही सुर्खियों में हैं. इस सीरीज में  वास्तविक जीवन के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह, वेब सीरीज में अपना ही किरदार निभाते नजर आने वाले हैं. बता दें कि अभिषेक देश के सबसे प्रसिद्ध युवा आईएएस अधिकारियों में से एक है जिन्होंने सभी अविश्वसनीय कामों को अंजाम दिया है.


शो में उनकी एंट्री को लेकर कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा ने उनसे बात की है. मुकेश छाबड़ा ने बताया कि वो 'दिल्ली क्राइम सीजन 2' की तलाश में थे. इस शो के लिए निर्माता एक युवा आईएएस अधिकारी के रूप में वास्तविक जीवन की कास्टिंग के तलाश में थे, जो ऑनस्क्रीन ब्यूरोक्रेसी को विश्वसनीयता के साथ पेश कर सके.


मुकेश छाबड़ा कहते हैं "अभिषेक को जानकर मुझे विश्वास हो गया कि वह भूमिका के साथ न्याय करेंगे. वह अपने अनुभव से एक अधिकारी के रूप में बारीकियों को सामने पेश करेंगे जिसे एक अभिनेता द्वारा चित्रित करना मुश्किल होगा. मैंने अभिषेक को भूमिका निभाने के लिए राजी किया और जब क्रिएटिव टीम ने उन्हें कैमरे पर देखा, तो वे स्क्रीन पर उनका आत्मविश्वास और चालाकी देखकर आश्चर्यचकित हो गए, यह देखते हुए कि उन्हें अब तक का न्यूनतम अभिनय अनुभव रहा है. हमने तुरंत उन्हें फाइनल कर दिया.",.


मुकेश ने आगे साझा किया, “मेरा काम सबसे अच्छी प्रतिभा की तलाश करना है, चाहे वह उद्योग के अंदर हो या बाहर. शो को रिलीज़ होने दें, दर्शक और इंडस्ट्री उन्हें स्क्रीन पर देखकर चकित होने वाले  है. मैंने इंडस्ट्री को एक नई प्रतिभा दी है.”


कौन हैं अभिषेक सिंह ?


अभिषेक सिंह हमारे देश के प्रशासनिक विभागों में प्रमुख पदों पर रहे हैं. फिल्हाल वो दिल्ली में डिप्टी कमिश्नर के पद पर तैनात हैं, उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए जाना जाता है. अभिषेक ने राजधानी में अवैध निर्माणों के खिलाफ कई विध्वंस अभियानों का नेतृत्व किया है. दिल्ली की सबसे लोकप्रिय ऑड-ईवन ट्रैफिक योजना भी उनकी देखरेख में संचालित की गई थी. अभिनय क्षेत्र में उनका आना एक ऐसी खबर है जिस पर वह खुद विश्वास नहीं कर पा रहे हैं. वह एक बाइकर और एक शौकीन रीडर भी है .


अभिषेक ने दिल्ली के मुख्य सचिव श्री विजय देव से अनुमति मांगी, जिन्होंने उन्हें अवसर का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया. 'दिल्ली क्राइम सीज़न 1' ओटीटी पर सबसे अधिक चर्चित शो में से एक है और इसे कहानी, प्रदर्शन और प्रशासनिक दृष्टिकोण से मामले के समग्र चित्रण के लिए बेहद सराहा गया है.