महीनों के इंतजार के बाद 'सेक्रेड गेम्स' का दूसरा सीजन रिलीज हो गया है. जहां से पहला सीजन खत्म हुआ था, कहानी वहीं से आगे बढ़ती है. गणेश गायतोंडे (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) अपने सिर पर ट्रिगर दबाने से पहले कई अनसुलझे सवालों को पीछे छोड़ चुका था. सरताज सिंह (सैफ अली खान) के पास मामले को सुलझाने और मुंबई को बचाने के लिए सिर्फ दो हफ्ते होते हैं. पिछले सीज़न की तरह, सेक्रेड गेम्स 2 में भी एक-दूसरे के समानांतर टाइमलाइन में दो कहानियां चल रही हैं. एक कहानी मुंबई में सरताज के आरी-किनारी घूम रही जिंदगी की है तो वहीं दूसरी दुनिया में गायतोंडे की नई जिंदगी जन्म लेती है.


सेक्रेड गेम्स सीज़न 1 में, गणेश गायतोंडे ने सरताज को अपने 'तीन बाप' (तीन पिता) के जरिए अपने जिंदगी के सफर के बारे में बताता था. हालांकि, जोजो, कुसुम देवी यादव और जमीला उसकी जिंदगी तीन महिलाएं भी हैं जो सीजन 2 में गायतोंडे की जिंदगी से जुड़ेंगी.


दूसरे सीज़न की शुरुआत में दिखाया गया कि मुंबई के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर गायतोंडे की पूरी शक्तियों छीन ली गईं हैं और उसे दूर देश एक बोट पर भेज दिया गया. रॉ एजेंट कुसुम देवी यादव (अमृता सुभाष) उसके लिए एकमात्र आशा की किरण बन कर आती हैं, जो केन्या में भारत सरकार के लिए काम करती है.



कुसुम, गायतोंडे के बारे में अच्छी तरह से जानती है और इस बात से वाकिफ है कि गायतोंडे से कैसे काम लिया जाए. गायतोंडे, जिसे दूसरे के लिए काम करना बिल्कुल पसंद नहीं है, मगर वह कुसुम के सामने असहाय नजर आता है. कुसुम अपने देश के लिए यह सब कर रही होती है, जबकि गायतोंडे अपनी आजादी के लिए और ईसा से कुकु की मौत का बदला लेने के लिए. इसके लिए कुसुम एकमात्र सहारा है जो अपने कॉन्टैक्ट से गायतोंडे की मदद कर सकती है.


गायतोंडे ने जोजो (सुरवीन चावला) के साथ अपने खट्टे-मीठे रिश्ते रखता है. वह उसे धमकाता है क्योंकि महिला है, लेकिन जोजो, गायतोंडे से नहीं डरती. इस नदीकियों की भी एक कड़ी है, जिसमें एक दूसरे के हित जुड़े हुए नजर आते हैं.


पिछले सीजन में सरताज की फैमिली में उसकी मां के बारे में ही ठीक तरह से पता चल पाया था. इस सीजन में उसकी पत्नी माया का भी जिक्र है. सीजन के पहले एपिसोड में सरताज की पत्नी माया (अनुप्रिया गोयनका) देखने को मिलती है, जिससे सरताज अपने जिंदगी में वापस लाना चाहता है, इसके लिए वह उसके सामने गिड़गिड़ाता है. लेकिन वह सरताज को इनकार कर देती है. सरताज़ की जिंदगी इन 25 दिनों में शुरुआती जिंदगी की तुलना में बेहतर है, क्योंकि वह अब इस पूरे केस की जांच दल को लीड कर रहा है और पारुलकर का राइट हैंड माजिद अब उसके अंडर में काम कर रहा है.


पहला एपिसोड काफी धीमा है और इसे देखने से लगता है कि प्लॉट को काफी खींचा जा रहा है. इस एपिसोड का नाम 'मत्स्य' है जहां नवाजुद्दीन को शुरुआती दृश्य में सड़ी हुई मछली खिलाई जाती है. इस एपिसोड में मछली सिद्धांत के बारे में दर्शकों को बांधने की कोशिश की गई है, गौर करें तो गायतोंडे उस मछली के खेल में जद्दोजहद करता नजर आता है.


अगले एपिसोड की कहानी अगली कड़ी में...