हॉलीवुड से भारत पहुंचे #MeToo कैंपेन के तहत अपने साथ हुए भयावह अनुभवों के बारे में बात करने के लिए चुप हुईं पीड़ित महिलाओं को नई आवाज मिल गई है. सभी तरफ इस कैंपेन से उछली आवाजों की चर्चा हो रही है. MeToo कैंपेन के पीछे का आइडिया बिग बॉस के 11 विजेता शिल्पा शिंदे के लिहाज से सही नहीं है. एक वेब पोर्टल को दिए इंटरव्यू में अभिनेत्री ने कहा कि "इस इंडस्ट्री में कोई रेप नहीं होता, इसे आपसी समझ कहा जाता है."



बता दें शिल्पा शिंदे खुद अपने एक्स प्रोड्यूसर पर उत्पीड़न करने का आरोप लगा चुकी हैं. टाइम्स नाउ से बात चीत के दौरान शिल्पा ने कहा, ''ये पूरी तरह बेवकूफी है. आपके साथ जिस वक्त ऐसी घटना होती है उसी वक्त इस बारे में आवाज उठानी चाहिए. मैं भी इससे सबक सीख चुकी हूं. जब होता है तभी बोलो - बाद में बोलने का कोई फायदा नहीं, यह व्यर्थ है. बाद में आप आवाज उठाते हैं, उसे कोई नहीं सुनेगा. यह बस कंट्रोवर्सी हो कर रह जाती है और कुछ नहीं.''


शिल्पा ने कहा, "यह इंडस्ट्री बुरी नहीं है और यह बहुत अच्छी भी नहीं है. हर जगह ये बातें होती हैं. मुझे नहीं पता क्यों हर कोई खुद इस इंडस्ट्री के नाम को खराब कर रहा है. महिलाएं अब बोलने लगी हैं, अपनी बात रखने लगी हैं, लेकिन जैसा मैंने उस समय कहा कि इस इंडस्ट्री में कोई रेप नहीं होता - ज़बरदास्ती नहीं होती जो कुछ ही इस इंडस्ट्री में होता है, यह आपसी समझ के साथ हुआ है. यदि आप ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं, तो उस चीज़ को छोड़ दें."