बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे टीवी पर लंबे समय के बाद वापसी कर रही हैं. इस बार वह डांस रियलिटी शो डांस इंडिया डांस लिटिल मास्टर को जज कर रही हैं. शो में सोनाली के साथ मौनी रॉय और कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा जज कर रहे हैं. रियलिटी शो पर इमोशनल स्टोरी दिखाकर टीआरपी बढ़ाने का अक्सर आरोप लगता है. इस पर अब जज सोनाली बेंद्रे ने चुप्पी तोड़ी है. सोनाली बेंद्रे ने कहा है कि भारत में इतनी असमानता है कि ऐसी कहानियों को बनाने की कोई जरुरत नहीं है.ऐसी कहानियां पहले से ही हमारे देश में मौजदू हैं.


ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में सोनाली बेंद्रे ने टीआरपी बढ़ाने के लिए इमोशनल स्टोरी दिखाने पर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो जो शो मैंने किया है अगर मैं उस बारे में बात करुं तो हमारे देश में इतनी असामनता है कि इस तरह की कहानी बनाने की जरुरत नहीं है. ये बहुत ही दुख की बात है कि ये बच्चे जिस जगह से आते बैं. इन बच्चों को रियलिटी शो से चांस मिलता है ताकि वह अपने जोन से बाहर आ सकें.






सोनाली बेंद्रे ने कही ये बात
सोनाली बेंद्रे ने आगे कहा कि हमारे देश में इतनी असामनता है कि माता-पिता खुद चाहते हैं कि मेरा बच्चा इस हालत से निकलेगा और उसकी लाइफ बनेगी. ये जो सिचुएशन है, हम जहां बैठें हैं वहां बैठकर कमेंट करना बहुत आसान होता है मगर सच्चाई ये है कि वो जहां से आ रहे हैं उनको उनके टैलेंट के बदले ये जो मिल रहा है वो जरुरी है. वो ये डिसर्व करते हैं जो भी उन्हें मिल रहा है. उनके लिए ये एक आशा की किरण है इसलिए इसे बनाने की जरुरत नहीं है. ये उनकी जिंदगी की रियलिटी है.


आपको बता दें इससे पहले सोनाली बेंद्रे इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज शो जज कर चुकी हैं. कैंसर के इलाज के लिए यूएस जाने के लिए उन्होंने काम छोड़ दिया था.


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