क्रिकेट एस श्रीसंत ने कहा कि उन्हे रियलटी टीवी शो 'नच बलिए' में शामिल होने का ऑफर मिला है. हालांकि, उन्होंने अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है क्योंकि वह मैच फिक्सिंग मामले में मिली सजा पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के आदेश का इंतजार कर रहे हैं.


श्रीसंत ने कहा, "हां, मेकर्स ने मुझसे पूछा है, लेकिन मैं अभी भी इस पर विचार कर रहा हूं. मैंने अभी तक इस पर निर्णय नहीं लिया है क्योंकि मैं बीसीसीआई के निर्णय का इंतजार कर रहा हूं."






पिछले महीने सर्वोच्च न्यायालय ने 2013 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दौरान मैच फिक्सिंग में कथित संलिप्तता के लिए बीसीसीआई की तरफ से श्रीसंत पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को हटाते हुए बोर्ड से उसकी सजा पर पुनर्विचार करने को कहा था.


श्रीसंत ने कहा, "बीसीसीआई का आदेश कभी भी आ सकता है और 'नच बलिए' शो लगभग 3-4 महीने तक जारी रहता है. इसलिए, मेरे लिए अभी किसी को भी समय देना मुश्किल है."


इससे पहले, श्रीसंत 'झलक दिखला जा' और 'खतरो के खिलाड़ी' जैसे शो में भी काम कर चुके हैं.


हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व क्रिकेटर श्रीसंत पर आईपीएल 2013 के दौरान स्पॉट फ़िक्सिंग में शामिल होने पर लगाई गई रोक हटा दी. श्रीसंत, जिन्होंने बिग बॉस 12 में भी भाग लिया, ने अपने फैंस और दोस्तों के साथ अपनी खुशी शेयर की. उन्होंने एक ट्वीट में यह भी कहा कि अब वह अपने कैरियर खेल पर ध्यान केंद्रित करेंगे. और क्रिकेटर अपने प्रिय खेल क्रिकेट के लिए एक बड़े उत्साह के साथ कम बैक करने की कोशिश में हैं.


श्रीसंत वापस एक्शन में आ गए हैं! हाल ही में उन्होंने अपनी वापसी के लिए प्रेक्टिस करना शुरू कर दिया. वह अपनी बेटी, सानवी को बल्लेबाजी का गुर सिखाते नजर आ रहे हैं. अपने इंस्टाग्राम पर श्रीसंत ने बेटी सानवी के साथ एक वीडियो शेयर किया है. पहले दिन के सेशन के बारे में उन्होंने लिखा, "मेरी प्यारी परी''.


एक नजर उनके वीडियो पर:



इस मामले के बारे में सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएल 2013 के दौरान स्पॉट फिक्सिंग कांड में शामिल होने के लिए श्रीसंत पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया. सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश अशोक भूषण और केएम जोसेफ ने विचार किया कि पूर्व क्रिकेटर कार्रवाई से पिछले 5 साल से बाहर हैं .


हालांकि, अदालत ने उसे निर्दोष नहीं पाया है लेकिन उसका मानना ​​है कि सजा बहुत कठोर थी और इसमें बदलाव किया जाना चाहिए. अदालत ने बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति को सुनवाई की तारीख से तीन महीने में श्रीसंत को सजा की मात्रा तय करने को कहा था.