दूरदर्शन पर रामायण के वापस से दिखाए जाने के बाद धारावाहिक के ज्यादातर पात्र इन दिनों सुर्खियों में बने हुए हैं. राम, सीता, लक्ष्मण, रावण, एक ऐसा चरित्र है जो वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण है. रामानंद सागर के धारावाहिक उत्तर रामायण में वाल्मीकि की भूमिका रामायण में सबसे महत्वपूर्ण किरदारों में से एक है. यह किरदार अभिनेता विजय कविश ने निभाया था. वह शो में सिर्फ इस एक किरदार तक सीमित नहीं थे. विजय कविश ने 'उत्तर रामायण' यानी लव कुश धारावाहिक में महर्षि वाल्मीकि की भूमिका निभाई.


फिलहाल, जब वह वाल्मीकि के रूप में दिखाई दिए हैं इस वजह से उनके पूरे सफेद दाढ़ी होने के कारण कभी भी पहचाना नहीं गया. उन्होंने वाल्मीकि के अलावा, भगवान शिव की भूमिका भी निभाई. वह एक ही शो में कई अलग-अलग किरदारों में दिखाई दिए. उनका चरित्र वाल्मीकि रामायण का एक महत्वपूर्ण चरित्र है, जबकि ऐसी मान्यता है कि भगवान राम द्वारा सीता का परित्याग करने के बाद, महर्षि वाल्मीकि ने अपने आश्रम में सीताजी को आश्रय दिया था. यहीं पर लव और कुश का जन्म हुआ था.


रामायण में, जब राम सेतु का निर्माण करते हैं और रावण के साथ युद्ध में जाने से पहले शिवलिंग स्थापित करते हैं, तो विजय कविश का इसी कड़ी में प्रवेश होता है. धारावाहित में उन्हें कई भूमिकाओं की वजह से पहचानना भी मुश्किल था. एक इंटरव्यू में विजय ने बताया था कि रामानंद सागर ने उन्हें रामायण में भगवान शिव की भूमिका के लिए कास्ट किया था. विजय ने रामायण, उत्तर रामायण के साथ-साथ विक्रम और बेताल में कई भूमिकाएं निभाई हैं. उन्होंने टीवी सीरियल कृष्णा में भी काम किया है. कुछ रिपोर्टों के अनुसार, वह फिल्मों से दूर हैं, लेकिन एक एडिटर और डायरेक्टर के रूप में उनका काम जारी है.


यहां पढ़ें


'महाभारत' में 'द्रौपदी' के चीरहरण के दौरान हुआ था 250 मीटर लंबी साड़ी का इस्तेमाल


जब दारा सिंह करते थे दूसरी हीरोइन के साथ एक्टिंग, तब देखकर गुस्सा हो जाती थीं पत्नी