Archana Puran Singh Love Story: 11 बजे शादी का फैसला तो 12 बजे पंडित की तलाश, फिल्मी है अर्चना-परमीत की लव स्टोरी
Archana Puran Singh: इश्क की कोई परिभाषा नहीं होती और न ही कोई पैमाना. इश्क तो वह शह है, जब होता है तो सिर पर चढ़कर बोलता है. आज हम आपको अर्चना और परमीत के इश्क की दास्तां सुना रहे हैं...
Archana Puran Singh Unknown Facts: इश्क की मिसाल यूं ही नहीं दी जाती. इश्क की भट्टी में पहले प्रेमियों को तपना पड़ता है. आग के दरिया से गुजरना पड़ता है. उसके बाद ही इश्क मुकम्मल होता है. कुछ ऐसी ही दास्तान-ए-इश्क है अर्चना पूरन सिंह और परमीत सेठी की. दोनों इश्क की कश्ती में तो काफी वक्त से सवार थे, लेकिन उसे अंजाम तक पहुंचाने की तैयारी उन्होंने आनन-फानन में की थी. दरअसल, साल 1992 में आज ही के दिन यानी 30 जून को अर्चना और परमीत शादी के बंधन में बंधे थे. वेडिंग एनिवर्सरी स्पेशल में हम आपको इन दोनों की लव स्टोरी से रूबरू करा रहे हैं.
प्यार-शादी से उठ गया था अर्चना का भरोसा
टीवी की मशहूर जोड़ियों की बात हो और अर्चना पूरन सिंह और परमीत सेठी का जिक्र न हो, ऐसा होना नामुमकिन है. अभिनय की दुनिया में दोनों के फैंस की तादाद कतई कम नहीं है. अर्चना अपने ठहाकों और हंसने के अनोखे अंदाज के लिए जानी जाती हैं, लेकिन निजी जिंदगी में काफी मुश्किल हालात से गुजर चुकी हैं. दरअसल, अर्चना की पहली शादी नाकाम रही थी, जिसके बाद वह इस कदर टूटीं कि प्यार और शादी जैसी चीजों से उनका भरोसा उठ गया.
तकरार के बाद अर्चना को हुआ था प्यार
अर्चना और परमीत की पहली मुलाकात एक इवेंट में हुई थी. अर्चना सिंह ने द कपिल शर्मा शो में बताया था, 'मैं एक पार्टी में परमीत से मिली थी. उस वक्त मेरे हाथों में एक मैगजीन थी, जो परमीत ने छीन ली. इससे मैं बुरी तरह भड़क गई, लेकिन परमीत के माफी मांगने का अंदाज इतना अलग था कि मेरा गुस्सा तुरंत ही शांत हो गया.' बता दें कि उसी पार्टी में दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा.
दोनों ने यूं किया चट फैसला और पट शादी
परमीत ने द कपिल शर्मा शो में बताया था, 'शुरुआत में हम लिव इन में रहे. हमने इसकी जानकारी अपने-अपने परिजनों को दी तो मेरे घरवाले भड़क गए. ऐसे में हमने रात 11 बजे शादी करने का फैसला किया और पंडित जी को खोजने निकल पड़े. रात करीब 12 बजे हमें पंडित जी मिले. उन्होंने हमसे पूछा कि क्या हम भागकर शादी कर रहे हैं और लड़की बालिग तो है न? मैंने जवाब दिया कि मेरे से ज्यादा बालिग है लड़की! तब पंडित जी ने कहा कि शादी ऐसे नहीं होती. मुहूर्त निकलेगा, फिर होगी. हमने उन्हें पैसे दिए और अगली सुबह 11 बजे हमारी शादी हो गई.'