बी-टाउन में जिस तरह से लगातार #MeToo के मामले सामने आ रहे हैं उससे कई नामी चेहरों के शर्मशार होना पड़ रहा है. 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की 'बबीता जी' उर्फ मुनमुन दत्ता ने भी अपने साथ हुए हादसे को सोशल मीडिया पर साझा किया है. मुनमुन ने इस मुद्दे पर महिलाओं के खुलकर सामने आने की तारीफ की है. दिलचस्प बात यह है कि मुनमुन दत्ता ने एक साल पहले भी #MeToo के हादसे के बारे में अपने विचारों को साझा किया था. तब हॉलीवुड अभिनेत्री एलिसा मिलानो ने अपने साथ हुए #MeToo हादसे को दुनिया के साथ साझा किया था.
मुनमुन ने कहा, " मैं हैरान हूं जिस तरह से बड़े नामी लोगों के खिलाफ महिलाएं खुलकर सामने आ रही हैं. एक साल पहले मैंने भी अपने साथ हुए मीटू हादसे को साझा किया था. ये हादसे हर जगह हो रहे हैं. यहां तक की घर में मां, बहन, बेटियों और नौकरानियों तक के साथ ये हो रहा है. जब इन सब से इस बारे में महिलाओं से पूछा जाता है तो इनके जवाब हैरान करने वाले होते हैं.
मुनमुन दत्ता ने सोशल मीडिया पर बीते साल बताया था कि कैसे बचपन में उनका यौन शोषण हुआ. #MeToo कैंपेन के तहत मुनमन दत्ता ने लंबी-चौड़ी पोस्ट लिखकर अपनी आपबीती के बारे में बताया था.
पोस्ट में मुनमुन ने लिखा था कि, #MeToo हां #MeToo इस तरह की समस्या पर पोस्ट करना चाहती हूं. यौन शोषण के खिलाफ दुनियाभर में चल रहे इस कैंपेन से मैं भी जुड़ना चाहती हूं. सार्वजनिक तौर पर दुनियाभर में इस पर जागरूक करना और महिलाओं को जोड़ना बताता है कि ये समस्या कितनी बड़ी है.
मुनमुन ने लिखा था, ''मैं हैरान हूं कि कुछ अच्छे 'पुरुष' यह देख कर हैरत में हैं कि इतनी अधिक संख्या में ऐसी महिलाएं ऐसी घटनाओं पर बात कर रही हैं. वे ऐसे पुरुषों के लिए लिखती हैं कि आपको हैरान नहीं होना चाहिए क्योंकि ये सब कुछ आप सबकी नाक के नीचे हो रहा है, आपके घर में, आपकी बहन, बेटियों, मांओं, पत्नियों और मेड के साथ.''
मुनमुन ने ऐसे अच्छे पुरुषों के लिए लिखा था कि आप उनका विश्वास जीतें और उनसे बात करें. यकीनन आप उनके जवाब सुनकर दंग रह जाएंगे. ये सब कुछ लिखते हुए मेरी आंखों में पानी आ रहा है. ये सब लिखकर मैं अपने बचपन की उन यादों को जी रही हूं जिन्हें मैंने झेला था.
वे अपनी आपबीती लिखते हुए बताती हैं कि वे अपने पड़ोस में रहने वाले एक अंकल से डरती थीं क्योंकि उन्हें जब भी अंकल को मौका मिलता था वह उन्हें जकड़ लेते थे और धमकी देते थे कि वे ये बात किसी को न बताएं.
मुनमुन लिखती हैं कि उनसे उम्र में कहीं ज्यादा बड़े कजिन, जो अपनी खुद की बेटियों से अलग तरह की निगाह से देखते थे. उन्होंने ये भी लिखा कि जिस आदमी ने उन्हें अस्पताल में पैदा होते हुए देखा था वो बाद में उन्हें 13 साल की उम्र में छुने लगा क्योंकि तब वे एक टीनेजर थीं और उनके शरीर में बदलाव हो रहे थे. इतना ही नहीं, उनके ट्यूशन टीचर ने उनके नीचे हाथ लगाया था. वे लिखती हैं कि वे जिस टीचर को राखी बांधती थी, वो अपनी स्टूडेंट्स की ब्रा की स्ट्रिप पकड़ कर खींचता था और लड़कियों के ब्रेस्ट पर थप्पड़ मारता था.
उन्होंने ये भी लिखा कि ट्रेन में एक ने उन्हें जकड़ लिया था. लेकिन वे कभी आवाज नहीं उठा पाईं, क्योंकि वे बहुत छोटी थीं और डर के सहम जाती थीं. मुनमुन लिखती हैं कि आप समझ नहीं पातीं कि आप अपने पेरेंट्स को इस बारे में कैसे बताएंगी. ऐसी स्थिति में महिलाओं में पुरुषों को लेकर एक अजीब सी नफरत पैदा होने लगती है. जिससे बाहर निकलने में उन्हें सालों लग जाते हैं.
मुनमुन को इस कैंपेन से जुड़ने पर गर्व हैं. वे लिखती हैं कि मुझे गर्व है कि मैं भी इस कैंपेन से जुड़ने वाली एक आवाज बनी हूं और लोगों तक ये संदेश पहुंचा रही हूं कि मुझे भी नहीं छोड़ा गया. वे ये भी लिखती हैं कि आज मैं किसी भी पुरुष को गलत हरकत पर सबक सिखा सकती हूं. मुझे अपने आप पर गर्व है. आपको बता दें, #MeToo कैंपेन के जरिए एलिसा मिलानो ने अपने साथ हुए यौन शोषण का खुलासा करते हुए दुनियाभर की महिलाओं को इससे जुड़ने के लिए कहा था.