इंटरटेनमेंट की दुनिया में 2018 कई चीजों के लिए यादगार रहेगा. जहां बड़े बजट और सुपरस्टार्स की फिल्मों ने दर्शकों को निराश किया तो वहीं छोटे स्टार्स की फिल्मों ने दिल जीत लिया. दर्शकों ने पिछले कुछ सालों में मेकर्स को ये एहसास दिला दिया कि उन्हें अच्छा कॉन्टेंट चाहिए, बड़ा एक्टर या सुपरस्टार नहीं. लोगों की बदलती पसंद के बीच वेब सीरीज ने इस साल भारत में धमाकेदार एंट्री की. अमेजन प्राइम ने सबसे पहले 'ब्रीद' रिलीज किया जिसने अपने नाम की तरह ही देखने वालों की सांसे तक रोक दीं. इसके बाद नेटफ्लिक्स पर पहली बार इंडियन ओरिजिनल सीरीज 'सेक्रेड गेम्स' आई. इस सीरीज का डायलॉग 'कभी-कभी तो लगता है कि अपुनइच ही भगवान है' खूब पॉपुलर हुआ. अभी उसका क्रेज थमा भी नहीं था कि क्राइम थ्रिलर सीरीज 'मिर्जापुर' के जरिए पंकज त्रिपाटी और विक्रांत मेस्सी ने वेब सीरीज को लेकर लोगों के बीच दीवानगी पैदा कर दी. साल खत्म होने को है और हम आपको यहां बताते हैं उन सभी वेब सीरीज के बारे में जिसने इस साल दर्शकों के दिलों पर राज किया.
ब्रीद (Breathe)
जनवरी में प्राइम वीडियो पर रिलीज की गई वेब सीरीज 'ब्रीद' एक साइकोलॉजिकल ड्रामा थी. इस सीरीज में आर माधवन, अमित साध, सपना पब्बी और मधुरा नायक जैसे कलाकारों ने काम किया. इस सीरीज की कहानी आर माधवन के बेटे के लंग्स ट्रांसप्लांट की जद्दोजहद के आरी-किनारी घूमती है. सीरीज में आर माधवन के किरदार की जिंदगी में अपने बेटे के लंग्स ट्रांसप्लांट को लेकर इतने द्वंद गहराए, जिसकी चलते वह सीरियल किलर बना जाता है. सीरियल किलर जैसे क्राइम के चंगुल में फसने के बाद आर माधवन के किरदार का सामना पुलिस ऑफिसर बने अमित साथ से होता है. 'ब्रीद' ने दर्शकों को वेब सीरीज का अच्छा स्वाद चखाया और लोगों में इसे लेकर दिलचस्पी बढ़ी. इस सीरीज को उतने बड़े तरीके से प्रमोट तो नहीं किया गया लेकिन इसे 'वर्ड ऑफ माउथ' का फायदा मिला. यही वो वक्त था जब वेब सीरीज भारत में अपने पांव जमाने की कोशिश में लगी थी. बड़े स्तर पर ये सीरीज बहुत पॉपुलर तो नहीं हुई लेकिन इसे लेकर दर्शकों के बीच पॉजिटिव रिस्पॉन्स रहा.
सेक्रेड गेम्स (Sacred Games)
साल 2018 की सबसे चर्चित वेब सीरीज में सबसे पहला नाम 'सेक्रेड गेम्स' का आता है. ये सीरीज नेटफ्लिक्स की पहली भारतीय ओरिजिनल सीरीज भी है. विक्रम चंद्रा के नॉवेल पर बनी इस सीरीज के सभी किरदारों को बहुत पसंद किया गया. गणेश गायतोंडे (नवाजुद्दीन सिद्दीकी), कुक्कू (कुब्रा सैत) और सरताज सिंह (सैफ अली खान) सहित हर किरदार ने अपनी एक अलग पहचान बनाई. अनुराग कश्यप और विक्रमादित्य मोटवानी के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज ने 'ऊंची दुकान और ऊंचा पकवान' जैसा बेंचमार्क भारतीय दर्शकों के बीच पेश किया. सीरीज के कंटेंट को लेकर कई राजनीतिक द्वंद भी गहराए, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस पार्टी को लेकर टिप्पणियां की गई थीं, जिन्हें लेकर काफी कंट्रोवर्सी गहराई थी और मुद्दा कोर्ट तक जा पहुंचा. इसके अलावा राइटर वरुण ग्रोवर पर लगे #मीटू के आरोपों के मद्देनजर सीरीज के दूसरे सीजन की रिलीज पर भी आशंका के बादल गहराने लगे थे. हालांकि, वरुण ग्रोवर को मिली क्लीन चिट के बाद सीरीज के दूसरे सीजन को हरी झंडी मिल गई.
मिर्जापुर (Mirzapur)
अमेजन प्राइम वीडियो के 'मिर्जापुर' की सफलता ने इस बात पर पुख्ता मुहर लगा दी कि न्यू मिलेनियल्स की पसंद सास बहू वाले घिसे-पिटे शो नहीं, बल्कि दमदार कहानी, कसी स्क्रिप्ट और शानदार एक्टिंग से सजी वेब सीरीज हैं. इस सीरीज के किरदार भी खूब पॉपुलर हुए. कालीन भैया (पंकज त्रिपाठी), मुन्ना भैया (दिव्येंदु शर्मा), गुड्डू पंड़ित (अली फजल), बबलू पंडित (विक्रांत मेस्सी) और गोलू गुप्ता (श्वेता त्रिपाठी) इन सभी की खूब चर्चा हुई. 'मिर्जापुर' की कामयाबी का हिसाब इस बात से भी लगाया जा सकता है कि इस सीरीज के डायलॉग रिलीज के पहले और रिलीज के बाद मीम्स के तौर सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं.
ग़ूल (Ghoul)
नेटफ्लिक्स की लेटेस्ट सीरीज़ ‘ग़ूल’ में राधिक आप्टे ‘सेक्रेड गेम्स’ के बाद एक बार फिर से एक्शन मोड में थीं. भारतीय समाज और राजनीति पर ‘सेक्रेड गेम्स’ की तरह ‘ग़ूल’ भी बड़े हमले करती है. लेकिन ‘ग़ूल’ इसलिए अलग है क्योंकि ये देश में चल रहे हालिया घटनाक्रम और इसके संभावित भविष्य पर चोट करती है. अन्ना आंदोलन के बाद से गांधी परिवार को कुछ भी कह देना सबसे आसान काम है. गाहे-बगाहे ‘सेक्रेड गेम्स’ ने यही किया है. लेकिन ‘ग़ूल’ ने सीरीज़ को हॉरर फिक्शन के जॉनर में रखने के अलावा एक फिक्शन की दुनिया तैयार करके उस ख़तरनाक भविष्य की चेतावनी दी है जो हमारे इंतज़ार में है. सीरीज़ की अगली किश्त शायद ये भी बताए कि देश वहां तक कैसे पहुंचा.
रंगबाज़ (Ranbaaz)
इस साल आखिरी वेब सीरीज 'रंगबाज़' है जिसमें गैंगेस्टर की कहानी है जो महज 25 साल का है. सीरीज का प्लॉट यूपी के क्राइम पर आधारित है जो 90 के दशक की आखिरी दलसीज तक पूरी होती है. सीरीज में गुंडाराज, पुलिस और राजनीति का द्वंद दिखाई देता है. शुरुआती दौर में मोबाइल ट्रैकिंग तकनीक से गैंग्सटर तक पहुंचने की यह कहानी आज के दौर में घिसी-पिटी और कमजोर लगती है. मगर सीरीज में सौरभ गोयल, साकिब सलीम, तिग्मांशु धूलिया, रवि किशन, रणवीर शौरी जैसे कलाकारों की एक्टिंग को नजर अंदाज़ नहीं किया जा सकता. यह वेब सीरीज जी5 की पेशकश थी.
इसके अलावा 'इट्स नॉट दैट सिंपल 2', 'ये मेरी फैमिली' और 'ब्रोकेन बट ब्यूटीफूल' जैसी कई और सीरीज रिलीज हुईं और दर्शकों का मनोरंजन किया.
वेब सीरीज की दुनिया में उन कलाकारों को अहमियत मिली जो अपनी दमदार एक्टिंग से किरदार को जीवंत बना देते हैं. चाहें पकंज त्रिपाठी हों या फिर विक्रांत मेस्सी हर एक्टर ने अपने दम पर सीरीज की दुनिया में अपनी पहचान बना ली है.