‘Mirzapur 2’ के ‘मुन्ना त्रिपाठी’ से लेकर 'लिक्विड' तक का सफर था काफी मुश्किल, Divyendu sharma अपने रोल को इस तरह चुनते थे
'मुन्ना भैया' के रूप में एक बार फिर से अपनी सीरीज के जरिए दिव्येंदु दिखने वाले है. हाल ही में दिव्येंदु ने अपने किरदारों के बारे में बातचीत की है, साथ ही बताया है कि वो कैसे चुनते थे अपने किरदार.
वेब सीरीज ‘Mirzapur 2’ के नए सीजन को लेकर दिव्येंदु काफी एक्साइटेड है. दिव्येंदु अपनी एक्टिंग के लिए दर्शकों के बीच जाने जाते हैं. दिव्येंदु जल्द ही 'मिर्जापुर 2' में भी नजर आने वाले हैं. मुन्ना भैया के रूप में एक बार फिर से दिव्येंदु को देखने के लिए दर्शक भी काफी एक्साइटेड नजर आ रहे हैं.
साल 2011 में ‘प्यार का पंचनामा’ से दिव्येंदु ने बॉलीवुड में कदम रखा था और इस फिल्म में उनके किरदार को दर्शकों ने खूब सराहा था, लेकिन इसके बावजूद दिव्येंदु का करियर उतना सफल नहीं हो पाया, जितनी कि उन्हें उम्मीद थी. दिव्येंदु ने ‘चश्मे बद्दूर’, ‘टॉयलेट : एक प्रेम कथा’ और ‘बत्ती गुल मीटर चालू’ जैसी फिल्मों में भी काम किया, लेकिन इसके बाद भी उन्हें ज्यादा नोटिस नहीं किया गया. हालांकि, पिछले साल आई सीरीज ‘मिर्जापुर’ में सबका ध्यान आकर्षित करने में दिव्येंदु फिर से एक बार कामयाब रहे. एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि दिव्येंदु का सफर काफी असान नहीं रहा बल्कि उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी थी.
View this post on InstagramPata nahin kaun yeh sab photo kheench leta hai.. I wasn’t posing at all..!!!!!
हाल ही में दिव्येंदु ने अपने किरदारों के बारे में बातचीत की और साथ ही बताया है कि वो अपने किरदारों को सही चयन कैसे करते थे. दिव्येंदु ने अपने किरदार के बारे में बताते हुए कहा कि, ‘हमारे पास हमेशा एक विशिष्ट चरित्र का चयन करने और एक ही शैली से चिपके रहने की स्वतंत्रता होती है. मैंने हमेशा अपने दिल की सुनी है और अपनी ऑन-स्क्रीन प्रस्तुतियों के साथ कुछ अलग करने की कोशिश की है. मेरे अभिनेता बनने के मुख्य कारणों में से एक, दर्शकों को हर तरह की परफॉरमेंस देना था. मैं खुद को किसी विशेष शैली तक सीमित रखने में विश्वास नहीं रखता. अच्छा काम एक कलाकार की प्यास बुझाता है. लिक्विड से लेकर मुन्ना त्रिपाठी तक, मैंने हर बार अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलकर अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है. मेरी अब तक की यात्रा वास्तव में विशेष रही है.’