विकास दुबे की जिंदगी किसी मसाला फिल्मों जैसी ही है. बॉलीवुड में भी एक से बढ़कर एक गैंगस्टर/ माफिया फिल्में बनी हैं. इस बीच कहा जा रहा है कि विकास, उसके साम्राज्य और उसकी मौत को अब फिल्मी रूप दिया जा सकता है.
इन दिनों उत्तर प्रदेश का कानपुर सुर्खियों में बना हुआ है और वजह है विकास दुबे. सोशल मीडिया पर इसे लेकर लोगों के रिऐक्शन्स आ रहे हैं.
भले ही राम गोपाल वर्मा की फिल्में अब ना चलती हों लेकिन अगर उनका ट्रैक रेकॉर्ड देखें तो वह गैंगस्टर बेस्ड फिल्मों के सबसे बड़े खिलाड़ी हैं. उन्होंने 'सत्या', 'कंपनी', 'सरकार', 'सरकार राज', 'डिपार्टमेंट' जैसी फिल्में बनाई हैं. ऐसे में वह विकास पर फिल्म बनाते हैं तो इसे देखना काफी इंट्रेस्टिंग होगा.
वही आपको क्राइम देखना ज्यादा पसंद है तो अनुराग कश्यप की फिल्में सही बैठती है. 'ब्लैक फ्राइडे', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर', 'गैंग्स ऑफ वासेपुर 2' जैसी फिल्मों से अनुराग ने इंडस्ट्री में अलग जगह बनाई है. फैंस आगे भी अनुराग से ऐसी फिल्मों की उम्मीद लगाए बैठे हैं.
महेश मांजरेकर भी गैंगस्टर वाली फिल्मों के लिए माहिर हैं. ऐसे में उन्हें इसकी बारीकियां पता हैं. आपको बता दें, 'वास्तव' को संजय के करियर की बेस्ट फिल्मों में से एक माना जाता है.
स्मलिंग पर बेस्ड 'कच्चे धागे', 'वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई' और 'वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा' जैसी सुपरहिट फिल्में देने वाले मिलन लुथरिया इस लिस्ट में पर्फेक्ट हैं.
विशाल भारद्वाज इस जॉनर के लिए बेस्ट हैं. इससे पहले उन्होंने 'मकबूल', 'ओमकारा', 'कमीने' और 'इश्किया' जैसी जबरदस्त फिल्में बनाई है. लेकिन विकास पर फिल्म बनाते हैं तो इस बात में शक नहीं कि दर्शक सिनेमाघरों तक खिंचे चले आएंगे.
'आतिश', 'कांटे', 'मुसाफिर', 'शूटआउट ऐट वडाला' समेत कई क्राइम और गैंगस्टर बेस्ड फिल्में बना चुके संजय गुप्ता का रेकॉर्ड इस मामले में तगड़ा है। उनकी फिल्में बाकी डायरेक्टर्स से हटकर होती हैं.