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'शोले' का फेमस डायलॉग 'कितने आदमी थे' को फिल्माने में छूट गए थे गब्बर के पसीने, 40 रीटेक के बाद ओके हुआ सीन
'कितने आदमी थे' बेशक ये डायलॉग मात्र 3 शब्दों का है लेकिन इस डायलॉग को परफेक्शन में लाने के लिए मेकर्स ने 40 बार रिटेक लिए थे.
फिल्म शोले से जुड़ी यादें किरदार और किस्से आज भी फिल्मी दुनिया में दोहराए जाते हैं. फिल्म का हर एक सीन, हर एक डायलॉग, हर एक गाना लोगों के जहन में आज भी उसी धूम में गूंजता है जिस धूम में वह पहले गुंजा करता था. फिल्म से जुड़े हर किरदार के हर डायलॉग सुपरहिट साबित हुए थे. लेकिन गब्बर सिंह का एक डायलॉग ऐसा है जो बच्चे बच्चे की जुबां पर चढ़ा हुआ है. पर क्या आप जानते हैं की इस 3 शब्द के डायलॉग को बोलने में गब्बर सिंह बने अमजद खान के पसीने छूट गए थे. जी हां इस डायलॉग से जुड़े इस दिलचस्प किस्से ने सबको हैरान कर दिया था लेकिन यह किस्सा आज भी फिल्मी दुनिया में दोहराया जाता है.
'कितने आदमी थे' बेशक ये डायलॉग मात्र 3 शब्दों का है लेकिन इस डायलॉग को परफेक्शन में लाने के लिए मेकर्स ने 40 बार रिटेक लिए थे. इस डायलॉग को बोलने में गब्बर सिंह के भी पसीने छूट गए थे. डायरेक्टर को हर एक सीन परफेक्ट चाहिए था, शायद उन्हें इस बात का अंदाजा लग गया था कि यह डायलॉग आगे चलकर खूब हिट होने वाला है. दशकों दशकों तक इस डायलॉग को दर्शक दोहराने वाले हैं. तभी तो इस 3 शब्द के डायलॉग को फिल्माने में उन्होंने अमजद खान के पसीने छुड़वा दिए. बार बार रीटेक लेने के बाद चालीसवे टेक पर ये सीन ओके हुआ तो गब्बर सिंह की जान में जान आई.
जब ये फिल्म पर्दे पर रिलीज हुई तो इस ने गदर मचा दी. अमजद खान को गब्बर सिंह के नाम से पुकारा जाने लगा, या यह कहें कि आज तक उनको ऐसे किरदार के नाम से पुकारा जाता है तो गलत नहीं होगा. सिर्फ ये डायलॉग ही नहीं बल्कि ' सो जा वरना गब्बर आ जाएगा' जैसे कई डायलॉग अमजद खान की पहचान बने. इस ठेठ अंदाज़ को अपने अंदर बसाने के लिए अमजद खान ने धोबी वाले की मदद की थी.
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प्रशांत कुमार मिश्र, राजनीतिक विश्लेषक
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