बॉलीवुड में जब 'ट्रेजडी क्वीन' का नाम आता है तब-तब मीना कुमारी को याद किया जाता हैं. थका थका सा बदन, आह! रूह बोझिल बोझिल, कहा पे हाथ से, कुछ छूट गया याद नहीं. जी हां बॉलीवुड की वेटरन एक्ट्रेस मीना कुमारी का आज जन्मदिन है. इस मौके पर हम आपको रूबरू करवाते हैं उनकी जिदंगी की एक ऐसी प्रेम कहानी से जो आज भी याद की जाती है. बॉलीवुड पर 40 साल तक राज करने वाली मीना कुमारी जिंदगी भर अपने अकेलेपन से लड़ती रही. मीना कुमारी ने हिन्दी सिनेमा में जिस मुकाम को हासिल किया वो आज भी अस्पर्शनीय है.
आपको बता दें, मीना कुमारी ने बॉलीवुड में अपने अभिनय की शुरुआत 7 साल की उम्र में किया था. फिल्मों में काम करते-करते मीना कुमारी को फिल्म अनारकली में अभिनय करने का मौका मिला. फिल्ममेकर कमाल अमरोही उनकी एक्टिंग से काफी इंप्रेस थे. हालांकि ये फिल्म पूरी नहीं हो पाई क्योंकि प्रोड्यूसर इस फिल्म का बजट कम रखना चाहते थे, जो कमाल को पसंद नहीं आया. इस दौरान एक हादसे में मीना कुमारी के चोट लग गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया गया.
कैसे हुआ कमाल और मीना का निकाह?
कमाल अमरोही की मीना कुमारी से मुलाकात फिल्म ‘तमाशा’ की शूटिंग के दौरान हुई थी. कमाल अमरोही घायल मीना कुमारी को देखने पहली बार अस्पताल पहुंचे. कमाल हर हफ्ते मीना कुमारी को देखने मुंबई से पूना आने लगे. यहीं से दोनों के बीच नजदीकियां शुरू हुईं. दोनों ने रोजाना एक दूसरे को खत लिखने का फैसला लिया. कमाल मीना के साथ कुछ मुलाकातों के बाद ही उन्हें दिल दे बैठे थे वो मीना से शादी करना चाहते थे. कमाल और मीना एक दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन मीना के परिवार को ये रिश्ता मंजूर नहीं था क्योंकि कमाल पहले से शादीशुदा थे.
मीना कुमारी अपनी बहन के साथ फिजियोथेरेपी कराने रोज जाती थी. वही उनके पिता रोज कार से दो घंटे के लिए उन्हें छोड़ जाया करते थे उसी बीच 14 फरवरी, 1952 को दोनों का निकाह हो गया. ये कमाल अमरोही की तीसरी शादी थी. लेकिन फिर इस प्यार भरी दास्तां में एक ऐसा मोड़ आया कि कमाल और मीना कुमारी ने एक दूसरे से किनारा कर लिया, 1964 में कमाल अमरोही से मीना का तलाक हो गया.